मान परियोजना के इंजीनियर और सागर एएसपी राजेश व्यास के भाई के घर समेत छह जगहों पर छापा, 11 किलो चांदी, एक किलो सोना, नकदी, जमीन, मकान समेत करोड़ों रुपए का पता चला
भोपाल। हैरान मत होईये, (Lokayukt Raid) यह बिल्कुल सच है। मामला मंगलवार तड़के मारे गए लोकायुक्त छापे से ही जुड़ा है। इस मामले के एक डीएसपी पहले घर गए वहां अपनी निजी कार रखी फिर सरकारी वाहन में सर्चिंग करने रवाना हुए। लेकिन, जहां सर्चिंग करनी थी उसका पता गलत लिखाया गया। इस कारण वह करीब एक घंटे तक परेशान होते रहे।
किन कारणों से भटके डीएसपी
सर्चिंग टीम में शामिल (Lokayukt Raid) डीएसपी संजय जैन मंगलवार दोपहर मान परियोजना सीधी में तैनात कार्यपालन यंत्री सुनील व्यास के बेटे आदित्य के फैक्ट्री में छापा मारने के लिए अपनी टीम के साथ रवाना हुए। उनके साथ गवाह भी थे जो दूसरे वाहन में सवार थे। डीएसपी अपने निजी कार से पहले प्रधान अर्बन लाइव स्थित फ्लैट पर पहुंचे। अपना वाहन घर की पार्किग में रखा। इसके बाद इंडस्ट्रीयल एरिया के लिए रवाना हुए। लेकिन, वहां पहुंचने की बजाय वे इंद्रपुरी में ए-सेक्टर में पता पूछते रहे।
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काफी देर परेशान होकर दोबारा लोकेशन मांगी तो उन्हें बताया गया कि टीम को आई सेक्टर में 79 और 57 प्लॉट पर जाना है। टीम (Lokayukt Raid) वहां पहुंची तो वहां स्वागत करने के लिए आदित्य के ससुर पहले से गेट में तैनात थे। ससुर ने कहा कि लोकायुक्त टीम के अलावा बाकी सब बाहर जाए। ससुर ने लोकायुक्त टीम को बताया कि यह राशि कंट्रोल इक्विपमेंट प्रायवेट लिमिटेड की कंपनी है। इसमें आदित्य डायरेक्टर है जो दादी की बीमार होने के चलते मुंबई पर गया हुआ है। यह कंपनी रेल और भेल से जुड़े करीब 200 से अधिक उपकरणों का उत्पादन करके सप्लाई करने का काम करती है। यहां टीम ने सारे दस्तावेज से जुड़े मामलों पर उनसे पूछताछ की।
किसके यहां मारा गया छापा
भोपाल लोकायुक्त पुलिस को सीधी में तैनात (Lokayukt Raid) कार्यपालन यंत्री सुनील व्यास को लेकर भ्रष्टाचार की शिकायत मिल रही थी। इसकी तस्दीक के लिए प्राथमिकी दर्ज करके जांच की गई। मामला आय से अधिक संपत्ति का पाया गया। इसके बाद लोकायुक्त पुलिस की टीम ने भोपाल में चार और सीधी में दो स्थानों पर दबिश दी।
छापे की यह कार्रवाई सुनील व्यास के ऑरा मॉल के पीछे सिद्धांत निलयम कॉलोनी के एक नंबर पर की गई। इस बंगले के दो दरवाजे हैं। मैन गेट (Lokayukt Raid) सिद्धांत निलयम का है जबकि पिछला दरवाजा ग्रीन हाईट्स में खुलता है। इस सोसायटी को सुनील व्यास पार्किग और पानी का अलग से भुगतान करते हैं। छापे की यह कार्रवाई मंगलवार सुबह पांच बजे से शुरू की गई। इस दौरान परिवार अपना रसूख भी लोकायुक्त पुलिस को दिखाता रहा।
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क्या-क्या किला
भोपाल लोकायुक्त पुलिस ने (Lokayukt Raid) सुनील व्यास के घर, उनके पिता एमएल व्यास के यहां भी छापा मारा। पिता का घर अरेरा कॉलोनी में ही हैं। पिता अपेक्स बैंक के रिटायर्ड अफसर हैं। तीसरा मकान सहयोग विहार में हैं। यह नारी नाम से बूटीक चलता है जिसका किराया एक लाख रुपए मासिक हैं। यह बूटीक संचालिका सारिका उपाध्याय हैं। यहां पर भी लोकायुक्त पुलिस ने छानबीन करने के बाद संपत्ति पंचनामा बनाया।
लोकायुक्त पुलिस (Lokayukt Raid) को घर से 11 किलो चांदी, लगभग एक किलो सोना, कोलार के गेहूंखेड़ा में फार्म हाउस, सीहोर के बिजनौर इलाके में 40 एकड़ कृषि भूमि के दस्तावेज मिले हैं। दो लॉकर के अलावा कई बैंकों की पासबुक जब्त हुई है। संपत्ति की गणना देर रात तक जारी थी। लोकायुक्त पुलिस ने सुनील व्यास के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर लिया है।