MP Cyber Fraud: प्रदेश के तीन जिलों से चार युवकों को क्राइम ब्रांच ने दबोचा, जॉब देने की आड़ में टेलीग्राम के जरिए करते थे फर्जीवाड़ा, फेक वेबसाइट बनाकर खोला जाता था डीमैट अकाउंट
सांकेतिक ग्राफिक डिजाइन टीसीआई
भोपाल। सायबर क्राइम ने चार युवकों को दबोचा है। यह गिरफ्तारियां प्रदेश के देवास, मंदसौर और उज्जैन जिले से की गई है। आरोपी फेक वेबसाइट (MP Cyber Fraud) बनाकर लिंक के जरिए उसे पीड़तों को भेजने के बाद डीमेट एकाउंट खोलते थे। इसके बाद अधिक राशि निकालने पर क्रेडिट स्कोर कम होने की आड़ में अपने फर्जीवाड़े को अंजाम देते थे। चारों आरोपियों से भोपाल सायबर क्राइम की टीम पूछताछ कर रही है।
इस तरह से किया गया था फर्जीवाड़ा
भोपाल पुलिस की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इस संबंध में कमला नगर (Kamla Nagar) थाना क्षेत्र स्थित नेहरु नगर निवासी अरूण प्रकाश चौधरी (Arun Prakash Chaudhry) ने शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस ने 07 अक्टूबर को प्रकरण दर्ज किया था। उसको घर बैठे टॉस्क कम्पलीट करने का झांसा देकर करीब पौने सौलह लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई थी। अरुण प्रकाश चौधरी को इस संबंध में व्हाट्सएप के माध्यम से लिंक मिली थी। जिसके बाद उसको टेलीग्राम चैनल में शामिल किया गया। यहां से उसे फेक वेबसाइट की लिंक भेजकर डी मेट खाता खोला गया था। उसे ऑनलाइन जॉब में टास्क कम्पलीट करने पर प्रॉफिट दिलाने का झांसा दिया। यह बोलकर उससे मोटी रकम ऐंठ ली गई थी। आरोपियों ने डीमेट अकाउण्ट से बडी राशि विड्राल करने पर क्रेडिट स्कोर कम बताकर पैसा निकालने से रोक दिया था। विड्राल क्रेडिट स्कोर बढाने के लिए अधिक राशि जमा करने बोला गया था।
फर्जीवाड़े की रकम से खरीदी क्रिप्टो करंसी
पुलिस ने इस मामले में क्राइम ब्रांच (Crime Branch) थाने में प्रकरण 204/24 दर्ज किया था। जिसकी जांच के बाद पुलिस ने चार आरोपियों को दबोचा। आरोपियों के कब्जे से पुलिस को दो मोबाइल फोन, तीन सिम के अलावा फर्जी खाते की एक चैक बुक एवं एटीएम कार्ड बरामद किया गया है। पुलिस ने इस मामले में पहले आरोपी कुलदीप मेघवाल (Kuldeep Meghwal) पुत्र शंभू लाल उम्र 20 साल को दबोचा है। वह मंदसौर जिले के ग्राम चंदपुरा का रहने वाला है। कुलदीप मेघवाल आठवीं तक पढ़ाई किया है। वह गिरोह के लिए खातों को किराए पर बेचने का काम कर रहा था। इसी तरह दूसरा आरोपी लाल सिंह (Lal Singh) पिता सीताराम उम्र 31 साल है। वह उज्जैन जिले के रुपाखेड़ी स्थित ग्राम चिरडी में रहता है। लाल सिंह भी खाते को किराये पर बेचने का काम करता था। तीसरा आरोपी नितेश चौहान (Nitesh Chauhan) पिता मणि शंकर चौहान उम्र 26 साल है। वह भी उज्जैन (Ujjain) शहर के बहादुरखेड़ा का रहने वाला है। आरोपी नितेश चौहान ग्रामीण अंचलों में जाकर लोगों के खाता खोलने का काम करता था। इसके बाद कमीशन लेकर उन खातों को बेच देता था। पुलिस ने चौथे आरोपी रोहित जायसवाल (Rohit Jayaswal) पिता सुरेश जायसवाल उम्र 22 साल को दबोचा है। वह देवास जिले का रहने वाला है। रोहित जायसवाल विधि क्षेत्र में जाने के लिए पढ़ाई कर रहा है। आरोपी ने क्रिप्टो करंसी भी फर्जीवाड़े की रकम से खरीदी है।
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