Bhopal Temple Stolen Case: राजधानी की चार वारदातें कबूली, उसके एक साथी की है तलाश
भोपाल। लॉक डाउन से पहले सक्रिय एक चोर गिरोह (Bhopal Temple Stolen Case) के एक साथी को पुलिस ने दबोच लिया है। यह गिरोह केवल मंदिरों को निशाना बनाता था। अब तक गिरोह चार वारदात करना कबूल चुका है। यह सारी घटनाएं मध्यप्रदेश (MP Crime News) की राजधानी भोपाल (Bhopal Crime News) में स्थित भेल क्षेत्र की है। इससे पहले पुलिस को चोर का एक फुटेज मिल गया था।
ऐसे मिला सुराग
गोविंदपुरा थाना पुलिस ने बताया कि सुनील यादव पिता हीरा प्रसाद यादव उम्र 36 साल निवासी बीएचईएल में रहता है। सुनील यादव (Sunil Yadav) भारतीय जनता पार्टी कार्यालय मंत्री के साथ भोजपाल मेला समिति (Bhojpal Mela Samiti) से भी जुुड़े है। श्री कृष्ण मंदिर बरखेड़ा में है। इस मंदिर को यादव समाज (Bhopal Yadav Samaj) की मदद से बनाया गया है। मंदिर में कई भगवानों की प्रतिमा स्थापित की गई है। उसकी देख—रेख आर्यन सिंह (Aryan Singh) नाम करते है। पूजा की जिम्मेदारी दूसरे पुजारी के पास है। मंदिर खुलने के समय सुबह पांच बजे से रात दस बजे तक का है। रात दस बजे उसके गेट बंद करके आर्यन घर चला जाता है।
सीसीटीवी में कैद हुआ आरोपी
सुनील ने बताया शनिवार—रविवार की दरमियानी रात करीब 1:40 पर चोर मंदिर में दाखिल हुआ था। उसने शटर का ताला तोड़कर अंदर प्रवेश किया था। जिसके बाद उसी में बने एक हॉल का ताला तोड़ा। जहां से पूजा के पीतल, तांबे के बर्तन, घंटियां दान पेटी समेत कई सामान चोरी कर लिया। पुलिस ने चोरी गए सामान की कीमत करीब 25 हजार रूपए बताई है। इस पूरी वारदात में एक चोर कैद हो गया। उसका पूरा हुलिया और शक्ल कैमरे में कैद हो गई। यहां से पुलिस को सुराग मिला और वह आरोपी तक पहुंच गई।
चोरी गया तब 25 का बरामद 80 हजार का माल
पुलिस ने आरोपी जितेंद्र परिहार (Jitendra Parihar) पिता जुगल किशोर परिहार उम्र 28 साल निवासी ईश्वर नगर थाना शाहपुरा को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी फिलहाल एकता नगर गोविंदपुरा इलाके में रहने लगा था। उसके पास से पीतल के घंटे, दान पेटी, तांबे के लोटे, पीतल के दिए नगदी करीब 80 हजार रूपए जप्त कर लिया है। पुछताछ में आरोपी ने तीन से चार चोरियों को कबूल कर लिया है।
चार मंदिरों की चोरी कबूली
गोविंदपुरा पुलिस ने बताया कि आरोपी जितेन्द्र परिहार ने चार मंदिरों की चोरी करना कबूला है। इसमें एक साथ दो मंदिरों को उसने निशाना बनाया था। जितेन्द्र ने बताया कि 24 फरवरी को नेपाली समाज के पशुपतिनाथ मंदिर (Nepali Samaj Pashupatinath Mandir) और पुराना अशोका गार्डन के झूलेलाल मंदिर (Jhulelal Mandir) पर धावा बोला था। इसी तरह शक्ति नगर के एक मंदिर पर भी उसने 6 अगस्त को वारदात की थी। पुलिस को इस मामले में जितेन्द्र परिहार के एक अन्य साथी की तलाश है। जिसकी परछाई सीसीटीवी कैमरे में कैद हैं।
पहले भी हुई वारदात
भेल का एरिया धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने वाले गिरोहों के लिए मुफीद रहा है। इससे पहले पिपलानी पुलिस ने अप्रैल, 2019 में दो चोरों को दबोचा था। यह गौतम नगर निवासी संजू उईके पिता मूंगीलाल उम्र 21 साल और शानू खान पिता अफसर खान उम्र 33 साल थे। शानू निशातपुरा के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहता था। दोनों ने पशुपतिनाथ मंदिर समेत आधा दर्जन धार्मिक स्थलों को निशाना बनाना कबूला था। पिपलानी पुलिस को जैन मंदिर में हुई चोरी के मामले में भी चोरों की तलाश है।
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