Bhopal CBI News: मध्यप्रदेश में भोजपुर से भाजपा विधायक के खिलाफ बैंक ऑफ बडौदा ने सीबीआई से की थी शिकायत
भोपाल। मध्यप्रदेश में भोजपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक सुरेंद्र पटवा और उनकी पत्नी मोनिका पटवा के खिलाफ भोपाल सीबीआई (Bhopal CBI News) ने जालसाजी का प्रकरण दर्ज किया है। वे मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सुंदर लाल पटवा के बेटे भी हैं। वे पिछली भाजपा सरकार में पर्यटन मंत्री भी थे। फर्जीवाड़े की शिकायत बैंक ऑफ बड़ौदा ने भोपाल सीबीआई से की थी। यह शिकायत एक महीने पहले की गई थी। दंपत्ति पर आरोप है कि लोन लेने के लिए संपत्ति के झूठे दस्तावेज और जानकारी बैंक को दी थी।
यह कारोबार करते हैं विधायक
सीबीआई से मिल रही जानकारी के अनुसार यह एफआईआर 21 अक्टूबर को दर्ज की गई थी। जिसकी शिकायत पांच पेज में बैंक ऑफ बडौदा ने की है। भोपाल सीबीआई ने धारा 120—बी/420/13(2)/13(1)डी (साजिश, जालसाजी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) के तहत एफआईआर की है। रिपोर्ट राजेश डी. शर्मा (Rajesh D.Sharma) पिता स्वर्गीय डीवीवीजी शर्मा की तरफ से दर्ज की है। वे बैंक ऑफ बडौदा में इंदौर अंचल के डिप्टी जनरल मैनेजर है। शिकायत 21 सितंबर को भोपाल सीबीआई एसपी से की गई थी। मामला इंदौर में एमजी रोड सिटी सेंटर में स्थित मैसर्स पटवा ऑटोमोटिव प्रायवेट लिमिटेड कंपनी से जुड़ा है। जिसके डायरेक्टर इंदौर निवासी सुरेंद्र पटवा और उनकी पत्नी मोनिका पटवा (Monika Patwa) है। भोपाल सीबीआई ने दोनों को इस मामले में आरोपी बनाया है। कंपनी ग्वालियर (Gwalior) में अप्रैल, 2011 में रजिस्टर्ड हुई थी। कंपनी के पास महिंद्रा एंड महिंद्रा की डीलरशिप थी। जिसका कारोबार इंदौर (Indore) के अलावा मंदसौर, रतलाम (Ratlam), नीमच समेत अन्य शहरों में फैला हुआ था।
ऐसे उजागर हुआ मामला
भोपाल सीबीआई (Bhopal CBI News) के अनुसार मैसर्स पटवा ऑटोमोटिव प्रायवेट लिमिटेड कंपनी ने आईडीबीआई बैंक से लोन लिया था। यह लोन की राशि करीब 29 करोड़ रुपए से अधिक की थी। बैंक का पिछले दिनों बैंक ऑफ बड़ौदा में समायोजन हुआ। जिसके बाद दस्तावेजों की पड़ताल में फर्जीवाड़ा उजागर हुआ। तफ्तीश में पता चला कि जिन संपत्तियों को दर्शाया गया उसकी कीमत बाजार कीमत से ज्यादा दर्शाई गई। यह मामला सुरेंद्र पटवा (Surendra Patwa) को भी पता चल गया। उन्होंने बैंक से वादा किया कि वे सारी राशि का भुगतान करेंगे। उनके खातों पर निगरानी रखी जाने लगी। इसी बीच भोपाल डीजीएम जीएस भल्ला (DGM GS Bhalla) ने औचक निरीक्षण किया। जिसमें खातों का परीक्षण किया गया। इसमें पता चला कि मैसर्स पटवा ऑटोमोटिव प्रायवेट लिमिटेड के खाते से दूसरे खाते में रकम जमा की गई।
रातोंरात फर्म बनाकर फर्जीवाड़ा
बैंक ने अपनी रिपोर्ट में सीबीआई को बताया है कि जांच में पता चला कि मैसर्स पटवा ऑटोमोटिव प्रायवेट लिमिटेड (MS Patwa Automotive Private Limited) के खाते से रकम मैसर्स भागवती पटवा ऑटोमोटिव के खाते में ट्रांसफर की गई। यह एक दिन में नहीं किया गया। यह रकम 2014 से 2016 के बीच ट्रांसफर हुई थी। जबकि सुरेंद्र पटवा ने बैंक से महिंद्रा एंड महिंद्रा डीलरशिप के लिए यह लोन लिया था। बैंक ने बताया कि यह सबकुछ उस वक्त किया गया जब जबलपुर स्थित रिकवरी को लेकर चल रहे प्रकरण के दौरान कार्रवाई की जा रही थी। यह कार्रवाई सरफेसी एक्ट के तहत रिकवरी के लिए की जा रही थी। नई कंपनी की जानकारी सुरेंद्र पटवा और उनकी पत्नी ने बैंक से छुपाई।
यह भी पढ़ें: भोपाल के इस बिल्डर पर सिस्टम का ‘रियायती सैल्यूट’, परेशान हो रहे 100 से अधिक परिवार
खबर के लिए ऐसे जुड़े
हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 7898656291 पर संपर्क कर सकते हैं।