Bhopal CBI News: गुरुग्राम की सिक्योरिटी एजेंसी का रिश्वत नहीं देने पर रोक दिया था भुगतान, चारों अधिकारियों के घर चल रही है सर्चिंग
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की ताजा न्यूज केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) कार्यालय से मिल रही है। भोपाल सीबीआई (Bhopal CBI News) ने शुक्रवार को एफसीआई के चार अधिकारियों को रिश्वत लेने के आरोप में हिरासत में लिया है। सभी आरोपियों ने सुनियोजित तरीके से गुरुग्राम स्थित सिक्योरिटी एजेंसी के बिल को रोक रखा था। पुराने और नए बिल भुगतान के लिए कमीशन फिक्स करने के लिए आरोपी दबाव डाल रहे थे। रिश्वत की पहली किस्त एक लाख रुपए लेते हुए सीबीआई ने पहले अकाउंट मैनेजर को दबोचा था।
लोकल अफसर ने सेंट्रल दफ्तर में की शिकायत
सीबीआई सूत्रों के अनुसार गुरुग्राम की सिक्योरिटी कंपनी कैप्टन कपूर एंड संस (Capton Kapoor & Sons) है। उसको जनवरी, 2021 से एफसीआई के संभागीय कार्यालय में सिक्योरिटी का ठेका मिला था। लेकिन, इस ठेके का प्रतिमाह होने वाला लगभग साढ़े ग्यारह लाख रुपए का बिल अटकाया जा रहा था। स्थानीय कार्यालय ने संपर्क किया तो अकाउंट मैनेजर अरुण श्रीवास्तव (Arun Shrivastava) ने रिश्वत देने के लिए कहा। स्थानीय कार्यालय के कर्मचारी ने कहा कि इसके लिए उसको केंद्रीय कार्यालय में संपर्क करना होगा। भुगतान नहीं होने पर केंद्रीय कार्यालय से एक अफसर भोपाल आया। उसको भी अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि पुराने बिल पर 50 हजार और नए बिल पर 70 हजार रुपए का कमीशन देना होगा। तभी वह बिल पास कर पाएगा।
ऐसे पकड़ में आए आरोपी
इस बात की शिकायत सीबीआई को कर दी गई। जिसके बाद आरोपियों को दबोचने योजना बनी। रिश्वत की पहली किस्त देने के लिए अकाउंट मैनेजर अरुण श्रीवास्तव माता मंदिर पहुंचा। यहां उसके साथ एफसीआई में ही तैनात सिक्योरिटी मैनेजर मोहन पराते (Mohan Parathe) भी साथ में था। सीबीआई के अफसरों ने दोनों को दबोचा। वहां हुई पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ऐसा करने के लिए संभागीय मैनेजर हर्ष उन्याना (Harsh Unyana) ने कहा था। उसकी बातचीत कराई गई तो हर्ष उन्याना ने रिश्वत की रकम एफसीआई के बाबू किशोर (Kishore) को देने के लिए बोला। इसके बाद चारों अफसरों के घर पर भी सीबीआई की टीम दबिश देने पहुंच गई। हर्ष उन्याना का घर कोलार स्थित सर्वधर्म कॉलोनी में हैं।