Bhopal Covid Hospital News: कलेक्टर के आदेश पर जिला प्रशासन के स्टिंग में फंसे दो अस्पताल, रजिस्ट्रेशन रद्द करने के लिए लिखा
भोपाल। पूरे देश में कोरोना महामारी ने कोहराम मचा रखा है। अस्पताल की सुविधाएं भी छोटी पड़ने लगी है। इन सबके बावजूद कुछ अस्पताल आपदा को अवसर मानकर मरीजों से चौथ वसूली कर रहे हैं। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की ताजा न्यूज (Bhopal Covid Hospital News) में यह सामने आया है। शिकायत भोपाल कलेक्टर अविनाश लवनिया को मिली थी। जिसके बाद उन्होंने बकायदा एसडीएम को बोलकर अस्पताल में स्टिंग कराकर सच्चाई का पता लगाया। जिसमें चार अस्पताल चौथ वसूली करते हुए फंस गए। इसमें से दो अस्पतालों के रजिस्ट्रेशन रद्द करने की कार्रवाई की जा रही है।
अस्पताल ने वापस दी मरीजों को रकम
जानकारी के अनुसार एसडीएम कोलार ने 4 अस्पतालों पर कार्रवाई की है। जिला प्रशासन की टीम ने 1 लाख 20 हजार की राशि मरीजों के परिजनों को बकायदा वापस भी कराई है। जांच के लिए अस्पतालों से दस्तावेज भीं कब्जे में लिए गए हैंं। कोलार एसडीएम क्षितिज शर्मा (SDM Kshitij Sharma) रुद्राक्ष मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में पहुंचे। उनके साथ तहसीलदार संतोष मुद्गल और नायब तहसीलदार दिलीप द्विवेदी (Dilip Dwedi) भी थे। जांच में प्रथम दृष्टया 40 फीसदी अधिक बिल लगाना पाया गया। प्रशासन ने पीयूष अग्रवाल (Piyush Agrawal) को 8 हजार, प्रभा पांडे को 12 हजार, एसपी दीक्षित को 24 हजार और एसआर तानपुरे को 12 हजार वापस दिलाए। कुल 52 हजार रुपए की राशि रुद्राक्ष अस्पताल (Rudraksh Hospital) प्रबंधन से वापस दिलाई गई।
ऑक्सीजन के नाम पर वसूली
इसी तरह होशंगाबाद रोड स्थित उबंटू अस्पताल में भी मोंटू सिन्हा की शिकायत की जांच करने टीम अस्पताल में पहुंची। शिकायत सही पाए जाने पर अस्पताल से शिकायतकर्ता को 71 हजार रूपए की राशि वापिस दिलाए गई। शिकायत सही मिलने पर रुद्राक्ष और उबंटू अस्पतालों के रजिस्ट्रेशन रद्द करने सीएमएचओ को निर्देश दिए गए हैं। इसी तरह भगवती गौतम (Bhagvati Gautam) और निर्माणा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भी शिकायतों की जांच की गई। मरीज को टेस्ट और ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के नाम पर यह चौथ वसूली हो रही थी।