जबलपुर में पानी की बौछारे छोड़ी, विदिशा में महिलाओं की भारी भीड़, भोपाल जेल के बाहर सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने घंटियां बजाई
भोपाल। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ सरकार के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को जमकर हल्ला (Political Protest) बोला। नीतियों और चुनाव से पहले किए वादों को लेकर यह विरोध प्रदर्शन किया गया था। इसमें पूरे प्रदेश भर से करीब दो लाख कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के समाचार है। प्रदर्शन की निगरानी पुलिस मुख्यालय से की जा रही थी।
जानकारी के अनुसार पूरे प्रदेश में कोई बड़ी कानून—व्यवस्था (Madhya Pradesh Law And Order) बिगड़ने के समाचार नहीं हैं। हालांकि प्रदर्शन के दौरान एक एएसआई के बेसुध होने के समाचार थे। लेकिन, इंदौर कंट्रोल रूम ने इस सूचना से इंकार कर दिया। इसके अलावा मंदसौर में प्रदर्शन के दौरान एक भाजपा नेता के नाले में गिरने के समाचार थे। भारतीय जनता पार्टी ने इस प्रदर्शन (Political Protest) के लिए काफी अरसे से रणनीति बनाई थी। इसके तहत नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव को जबलपुर, विदिशा में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राजधानी में सांसद राकेश सिंह को प्रदर्शन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। भोपाल में राकेश सिंह ने कहा कि सरकार ने किसानों को कर्ज माफ का वादा किया। लेकिन, जमीनी हकीकत दूसरी है।
प्रदर्शन के दौरान जबलपुर में जमकर नारेबाजी हुई। यहां भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने पानी की बौछारें (Police Water Canon) भी छोड़ी। भोपाल में प्रदर्शन में शामिल महापौर आलोक शर्मा, विधायक विश्वास सारंग, रामेश्वर शर्मा समेत कई अन्य कार्यकर्ताओं ने रोशनपुरा चौराहे पर प्रदर्शन किया। इसके बाद पुलिस सभी कार्यकर्ताओं को जेल लेकर पहुंची। यहां जेल के बाहर घंटी और शंख बजाकर विरोध किया जाता रहा।
इधर, कांग्रेस का भी प्रदर्शन (Political Protest) आज ही रखा गया था। लेकिन, यह प्रदर्शन सड़कों पर कहीं भी दिखाई नहीं दिया। इसके अलावा पुलिस मुख्यालय ने प्रदेश भर में हुए प्रदर्शन को लेकर अपनी रिपोर्ट बनाई है। यह रिपोर्ट राजनीतिक समीकरणों को मापने के लिए बनाई गई हैं।