Fake Officer : गरीबों के लिए बने नौ मकानों के बीडीए के जाली ऑर्डर बनाकर ऐंठ ली रकम

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Fake Officerडीजीपी से लेकर एसपी को की गई थी शिकायत, दो जालसाजों के खिलाफ गबन और धोखाधड़ी का मामला दर्ज

भोपाल। भोपाल विकास प्राधिकरण का (Fake Officer) नकली अफसर बनकर नौ लोगों से सवा सात लाख रुपए ऐंठने का मामला सामने आया है। इसकी शिकायत पांच महीने पहले पीडि़तों ने डीजीपी वीके सिंह से की थी। पुलिस दो जालसाजों के खिलाफ गबन और धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है। इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी अभी होना बाकी है।
मामले की एफआईआर (Fake Officer)  भोपाल उत्तर क्षेत्र के निशातपुरा थाने में दर्ज की गई है। शिकायत करने वालों में रवि सोनी, कामता प्रसाद गौर, ओम प्रकाश सोनी समेत नौ लोगों से 60-60 हजार रुपए प्रत्येक से लिए गए। रवि सोनी ने तो मकान के लिए चेक से एक लाख, 23 हजार 800 रुपए का भी भुगतान किया। रकम लेने के बाद अगस्त, 2015 में नबीबाग में तैयार हो रहे भोपाल विकास प्राधिकरण (BDA) (Bhopal Development Authority) के मकान में अलॉटमेंट मिल जाएगा। जिन्होंने रकम दी थी उन्हें (Fake Officer)  एक रसीद के अलावा 50 रुपए के स्टांप पेपर पर पजेशन लेने का पत्र दिया गया। जब पजेशन नहीं मिला तो यह सभी लोग बीडीए ऑफिस पहुंचे। तब उन्हें मालूम हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। पीडि़त इससे पहले थाने भी पहुंचे लेकिन क्षेत्राधिकार के विवाद में उन्हें टाल दिया गया। नतीजतन, पीडि़तों को डीजीपी के पास जाना पड़ा।

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यहां से शुरू हुई धोखाधड़ी
पीडि़तों ने पुलिस को बताया कि करोद के पंचवटी कॉलोनी में (Fake Officer)  भानुप्रताप सिंह रहता है। उसको कॉलोनी के लोग पहचानते हैं। उसने भांजा बताकर गोविंद सिंह राजपूत नाम के व्यक्ति से (Fake Officer) मुलाकात कराई। उसको बीडीए का अफसर बताते हुए कहा कि उसके पास नबीबाग में गरीबों के लिए तैयार हो रहे मकान आवंटन की जिम्मेदारी हैं। सबको बताया गया कि मकान लगभग पौने पांच लाख रुपए का है। लेकिन, गोविंद सिंह (Fake Officer) चाहेगा तो यह मकान लगभग पौने दो लाख रुपए में मिल जाएगा। झांसे में लेने के लिए भानुप्रताप ने कहा कि मकान नहीं मिलने पर वह उनको दुगनी रकम भी लौटा देगा। इस कारण लोग लालच में आ गए और उन्होंने रकम दे दी।

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बीडीए फर्जीवाड़े से बेखबर
शिकायत होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। जांच के लिए बीडीए (Fake Officer) को पत्र लिखा गया। बीडीए ने बताया कि नौ लोगों को दी गई रसीद उनके यहां से जारी नहीं हुई है। इसके अलावा गोविंद सिंह राजपूत नाम का उनके यहां कोई कर्मचारी नहीं हैं। इस पत्र मिलने के बाद अभियोजन अधिकारी से राय लेने के बाद पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए मोबाइल नंबर समेत रिश्तेदारों से पूछताछ कर रही है।

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नकली पिता बनाकर की धोखाधड़ी
निशातपुरा थाना पुलिस ने ही (Fake Officer) जालसाजी का एक अन्य मामला दर्ज किया है। इस मामले में आरोपी शबनम अली नाम की महिला और उसका नकली पिता के अलावा जितेन्द्र साहू है। आरोपियों ने जहांगीराबाद में रहने वाले जाहिद खां और उसके पिता नौशे खां को दूसरे का प्लॉट अपना बताकर साढ़े तीन लाख रुपए में बेच दिया। यह करने के लिए रजिस्ट्री भी कराई गई। जिसके लिए शबनम अली ने अपने नकली पिता को पेश किया।

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