Bhopal News: अभी रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी के मामले में को महीना भी नहीं गुजरा है, हालात जस के तस बयां करती नर्स की स्टोरी
भोपाल। कहने को है कि हम मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal News) में रहते हैं। दूसरे जिलों में रहने वालों को ऐसा भ्रम है कि हमें बहुत अच्छी सरकारी सेवाएं मिलती हैं। लेकिन, ऐसा कहना दूर की कौड़ी होगी। शहर की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल इन दिनों जहां शमशान उजागर कर रहे हैंं। वहीं दूसरी तरफ अस्पतालों के हालात अपनी ही कहानी बयां कर रहे हैं। हम बात हमीदिया अस्पताल की कर रहे हैं। यहां के स्टोर रुम से 863 रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी गए थे। जांच भोपाल की क्राइम ब्रांच कर रही है। जिसको आज तक सिरा भी नहीं मिला है। इस बीच एक अन्य चोरी ने हमीदिया अस्पताल के हालात को उजागर कर दिया है। इसकी शिकार नर्स हुई है जो बीमार है।
टेस्ट कराने आई थी हमीदिया
कोहेफिजा थाना पुलिस के अनुसार अशोका गार्डन स्थित सेमरा निवासी योगेश्वरी पति भगवतराम उम्र 28 साल मिसरोद के एक निजी अस्पताल में नर्स है। वह हमीदिया अस्पताल आई थी। पसली में दर्द का वह हमीदिया अस्पताल में इलाज कराने आई थी। योगेश्वरी (Yogeshwari) को सोनोग्राफी करानी थी। वह अपनी एक्टिवा पार्क करके चाय पीने चली गई थी। वहां से लौटी तो उसकी मोपेड चोरी हो गई थी। चोरी गई मोपेड की कीमत पुलिस ने 40 हजार रुपए बताई है। पुलिस ने यह रिपोर्ट 30 अप्रैल को दर्ज की गई। घटना एक दिन पहुले हुई थी।
यह है हालात
पुलिस सूत्रों के अनुसार जहां से एक्टिवा चोरी हुई वहां कैमरा नहीं था। एक अन्य कैमरा ब्ल्ड बैंक के पास लगा था। लेकिन, नई बिल्डिंग बनने की वजह से वह कैमरे लाइन कटने से बंद था। इसके अलावा हमीदिया अस्पताल की मल्टी पार्किग में कैमरे लगे थे। पार्किग के संचालक नरेन्द्र गोस्वामी (Narendra Goswami) से पुलिस ने बातचीत की तो उन्होंने बताया कि वॉल्टेज ज्यादा होने की वजह से पिछले दिनों डीवीआर जल गया है। लॉक डाउन होने के कारण उसको सुधारा भी नहीं जा सका है। यह हालात तब है जब कोरोना संक्रमण के चलते हमीदिया अस्पताल समेत दूसरे सरकारी अस्पातालों में मरीज आते हैं। वहीं मंत्री से लेकर कई अफसरों के यहां दौरे चल रहे हैं।