पुलिस सुधार, वेतन विसंगति और प्रमोशन समेत कई अन्य बिंदुओं पर हुई चर्चा
भोपाल। मध्यप्रदेश में पुलिस कमिश्नर प्रणाली की चर्चा पिछले एक महीने से जारी है। इस चर्चा को पैर तब लगे जब एमपी आईपीएस एसोसिएशन (MP IPS Association) का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात करने पहुंचा। इस दौरान प्रणाली को लेकर भी चर्चा की गई।
जानकारी के अनुसार प्रदेश में एडीजी स्तर के 50 से अधिक अफसर है। इन अफसरों के पास उनके पदों के अनुसार बड़ी जिम्मेदारी नहीं है। इस संख्या की वजह से मध्यप्रदेश आईपीएस एसोसिएशन (MP IPS Association) चाहता है कि बड़े जिले जैसे भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर समेत अन्य में एडीजी रैंक के अफसर को रेंज की जिम्मेदारी सौंपी जाए। ताकि अफसरों को उनके पद के अनुसार काम मिल सके। इस व्यवस्था से होने वाले फायदे आईपीएस एसोसिएशन ने गिनाए। दरअसल, पुलिस कमिश्नर प्रणाली की बजाय प्रायोगिक तौर पर एडीजी प्रणाली लागू करने की चर्चा है। यह काम मुख्यमंत्री कमलनाथ के सलाहकार पिछले दो महीने से कर रहे हैं।
इधर, प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री से वेतन विसंगति को लेकर भी चर्चा की। विशेष पुलिस महानिदेशक एसएएफ विजय यादव ने विस्तार से मुख्यमंत्री को वेतन को लेकर बताया। यादव एमपी आईपीएस एसोसिएशन (MP IPS Association) के अध्यक्ष भी है। यादव ने सीएम से कहा कि इंदौर और भोपाल महानगरों में पुलिस आयुक्त प्रणाली के लिहाज से बिल्कुल ठीक है। विजय यादव ने वर्ष 1987 बैच के आईपीएस अधिकारियों की पुलिस महानिदेशक वेतनमान व वर्ष 1994 बैच के अधिकारियों की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के पदों पर पदोन्नति एवं मूलवेतन के प्रतिशत के अनुसार जोखिम भत्ता अनुदान देने की मांग रखी। राज्य में पुलिसिंग से संबंधित उन महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी आईपीएस एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से विस्तारपूर्वक चर्चा की, जो पुलिस सिस्टम के दीर्घकालिक मजबूती के लिए जरूरी हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि वे प्रदेश के विकास के लिए हर संभव अभिनव और नवाचार करने के लिए तैयार है। हमारे विशेषज्ञ जल्द निर्णय लेंगे और आपके सुझाव पर विचार किया जाएगा। मुख्यमंत्री से भेंट करने पहुंचे प्रतिनिधि मंडल में आईपीएस एसोसिएशन (MP IPS Association) के पूर्व पदाधिकारी एवं गृह सचिव शाहिद अबसार, वर्तमान आईपीएस एसोसिएशन के उपाध्यक्ष एवं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अपराध अनुसंधान रवि गुप्ता, सचिव एवं सेनानी 23 वी वाहिनी एसएएफ सिमाला प्रसाद और सदस्य एवं उप पुलिस महानिरीक्षक भोपाल डॉ.आशीष व सहायक पुलिस महानिरीक्षक प्रबंध मनीष कपूरिया भी शामिल थे।