Indore Crime : 4 रातें जेल में काटने के बाद आकाश बोले ‘मैंने जो किया उसका अफसोस नहीं’

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ये भी कहा- भगवान दोबारा बल्लेबाजी का मौका न दें, गांधी के रास्ते पर चलूंगा

जेल से बाहर निकलते आकाश विजयवर्गीय

इंदौर। (Indore Crime) 26 जून से इंदौर जिला जेल में बंद भारतीय जनता पार्टी के विधायक आकाश विजयवर्गीय को रविवार सुबह रिहा कर दिया गया। सुबह करीब 7.30 बजे आकाश को जेल से बाहर निकाला गया। तय समय से पहले उन्हें इसलिए रिहा किया गया ताकि जेल के बाहर उनके समर्थकों की भीड़ न पहुंच जाए। नगर निगम के अधिकारी धीरेंद्र बायस की क्रिकेट के बल्ले से पिटाई करने के मामले में आकाश को जेल की हवा खानी पड़ी। शनिवार को भोपाल की विशेष अदालत ने उन्हें जमानत दी थी।

जेल से निकलकर आकाश विजयवर्गीय ने कहा कि  ‘मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि मुझे दोबारा बल्लेबाजी करने का अवसर न दे। अब गांधीजी के दिखाए रास्ते पर चलने की कोशिश करूंगा।’

”जब पुलिस के सामने ही एक महिला को खींचा जाता है, मुझे उस समय कुछ और करने की बात समझ में नहीं आई। मैंने जो भी किया मुझे उसका अफसोस नहीं। लेकिन भगवान मुझे दोबारा बल्लेबाजी करने का मौका नहीं दे।”

26 जून को नगर निगम की टीम एक जर्जर मकान को तोडने पहुंची थी। उसी दौरान टीम के साथ विधायक आकाश विजयवर्गीय और उनके समर्थकों का विवाद हो गया था। वहीं उनके खिलाफ दूसरा मामला बिना परमीशन के बिजली की समस्या को लेकर प्रदर्शन करने का था।

भोपाल की विशेष अदालत में जज सुरेश सिंह ने निगम अधिकारी के मामले में आकाश को 50 हजार रुपए और बिजली के मामले में 20 हजार रुपए के मुचलके पर जमानत दी है। शुक्रवार को उनका केस भोपाल ट्रांसफर किया गया था। जज सुरेश सिंह ने केस डायरी बुलाई थी। लिहाजा शनिवार को उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई हो सकी।

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फिर समर्थकों ने तोड़ा कानून

विशेष अदालत ने लंच के बाद शनिवार शाम करीब 5 बजे आकाश विजयवर्गीय को जमानत दी। इस दौरान कोर्ट में आकाश की जमानत के लिए वकीलों की टीम मौजूद थी। वहीं कोर्ट रूम के बाहर बड़ी संख्या में उनके समर्थक मौजूद थे। उन्हें जमानत मिलने के ठीक बाद इंदौर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय के बाहर जश्न मनाया गया। इस दौरान उनके समर्थकों ने हर्ष फायरिंग भी की। खुशी में 5 गोलियां दागी गई। हालांकि इस मामले में संयोगितागंज थाना पुलिस ने कोई केस दर्ज नहीं किया है।

मंगलवार को तोड़ा जाएगा विवादित मकान

एमजी रोड़ थाना क्षेत्र में स्थित मकान नंबर 52-53 को अब मंगलवार को तोड़ा जाएगा। आकाश की गिरफ्तारी के बाद नगर निगम ने उसे रविवार को तोड़ने की प्लानिंग की थी। लेकिन रविवार को ही आकाश की रिहाई हुई है। लिहाजा अब उसे मंगलवार को गिराया जाएगा। इस मामले में जर्जर मकान में रहने वाली महिला भी सामने आई थी। उसका कहना था कि आकाश ने उनकी रक्षा के लिए निगम अधिकारी की पिटाई की थी। निगम अधिकारी बदसलूकी कर रहे थे।

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