Bhopal News: चोरी के एक मामले में संदेही होने पर पूछताछ के लिए लाया गया था, निशातपुरा थाने के पांच सिपाही लाइन अटैच
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की ताजा न्यूज (Bhopal News) निशातपुरा थाने से मिल रही है। इस थाने की कार्यप्रणाली को लेकर अक्सर विवाद बना रहता है। अब ताजा विवाद एक आत्महत्या के बाद सामने आया है। जिस युवक ने तीन दो दिन पहले आत्महत्या की है उसको थाने में पूछताछ के लिए ले जाया गया था। जिसके बाद उसने यह कदम उठाया था। इस मामले में शामिल पांच सिपाहियों को लाइन हाजिर किया गया है। हालांकि इस कार्रवाई को पुलिस के अफसर प्रशासनिक कार्रवाई बताकर जिम्मेदारियों में बोलने से बच रहे हैं।
आईजी से हुई थी शिकायत
निशातपुरा थाना क्षेत्र में 14 जून को 20 वर्षीय अरुण ने फांसी लगा ली थी। इसकी सूचना पिता दौलतराम (Daulat Ram) ने दी थी। वह पीएचई विभाग में नौकरी करते हैंं। बताया जाता है कि परिवार ने भोपाल आईजी से लिखित में शिकायत की थी। जिसमें बताया गया था कि निशातपुरा थाने में उसे पुलिसकर्मी ले गए थे। जिसके अगले दिन अरुण (Arun Suicide News) ने फांसी लगाई थी। परिवार ने उसके साथ मारपीट करने का भी आरोप लगाया है। मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचा तो पांच सिपाहियों को लाइन हाजिर भी किया गया। इसमें थाने का संतरी भी शामिल था। अरुण की अभी पीएम रिपोर्ट मिलना बाकी है। जिसके बाद मारपीट के आरोपों से संबंधित बात साफ हो सकेगी।
यह पुलिसकर्मी हुए लाइन हाजिर
पुलिस सुत्रों ने बताया कि अरुण के साथ दो अन्य व्यक्तियों पर चोरी के एक मामले में संदेह होने का शक था। अरुण की मौत सार्वजनिक करने पर थाने में कई तरह की बंदिशें लगाई गई थी। जिसमें संजीव कटियार (Sanjiv Katiyar) ने बात भी दबाई। लेकिन, उन्हें क्लीनचिट देते हुए पांच सिपाहियों पर कार्रवाई की गई। इसमें सतीश जाट (Satish Jat), महेन्द्र जाट, भगवान सिंह मीना (Bhagvan Singh Meena), राकेश मिश्रा और नरेन्द्र परिहार (Narendra Parihar) को लाइन हाजिर किया गया है। सतीश जाट, महेंद्र जाट (Mahendra Jat), नरेन्द्र परिहार और राकेश मिश्रा (Rakesh Mishra) चार्ली में तैनात थे। जबकि संतरी पहरे पर भगवान सिंह मीना (Bhagvan Singh Meena) तैनात थे। खबर है कि थाने में आने—जाने की खबर संतरी ने छुपाई थी।