कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने संदीप शर्मा पर लगाए गंभीर आरोप
ग्वालियर। बिना लाइसेंस फीस वसूले शराब दुकानों के संचालन के आरोपों में घिरे ग्वालियर के सहायक आबकारी आयुक्त संदीप शर्मा पर एक और आरोप लगा है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने उन पर राजनीतिक सांठगाठ का आरोप लगाया है। संदीप शर्मा पर पहले सरकार को 2.5 करोड़ की चपत लगाकर ठेकेदारों को फायदा पहुंचााने का आरोप लग चुका है। इस मामले में कलेक्टर ने भी संदीप शर्मा के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा है। सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है की आबकारी आयुक्त ने भी प्रथम द्रष्टया संदीप शर्मा को घोटालों के लिए ज़िम्मेदार मानते हुए कार्रवाई के लिए मुख्य सचिव को प्रस्ताव भेज दिया है। लेकिन इतना सब होने के बाद भी संदीप शर्मा पर अभी तक कोई एक्शन नहींं लिया गया। ऐसा प्रतीत होता है कि शासन को ही राजस्व हानि की कोई चिंता नहीं है ।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष का आरोप
इसी बीच इस दाग़ी अधिकारी पर सत्ताधारी कोंग्रेस पार्टी ने भी गम्भीर आरोप लगाए है जिसके मुताबिक संदीप शर्मा ने पिछले महीने की 28 तारीख़ को निर्वाचन आयोग की अनुमति के बिना अपनी मर्ज़ी से जिले के आबकारी थानो में ट्रान्स्फ़र पोस्टिंग कर दी है कोंग्रेस के ज़िलाध्यक्ष देवेंद्र शर्मा जी ने बक़ायदा लिखित में इसकी शिकायत कलेक्टर से कर बताया है की इस प्रकार की पोस्टिंग संदीप शर्मा ने इस उद्देश से की है की चुनाव में एक पार्टी विशेष के लिए शराब की सप्लाई की जा सके । ज़िला अध्यक्ष ने माँग की है की चुनाव आयोग के माध्यम से इस अधिकारी को तत्काल हटाया जाए ।
यहाँ कोंग्रेस अध्यक्ष की शिकायत में इसलिए भी सत्यता लग रही है क्योंकि संदीप शर्मा के घोटाला कांड में उनके साथ जो ख़ास अधिकारी शामिल थे उन दाग़ी अधिकारियों को ही जिले के ख़ास आबकारी थानो में बिठाया गया है यहाँ तक की ट्रेनिंग में चल रहे उपनिरीक्षक को सहायक ज़िला आबकारी अधिकारी बना दिया गया है, इस स्थिति को देख कर तो लगता है की वास्तव में यह कर की गई है और पूरी टीम चुनाव के दौरान शराब की हेरफेर करने के चक्कर में है ।
बहरहाल इस गम्भीर मामले में कोंग्रेस ने भी आक्रामक रूख धारण कर लिया है और इसकी शिकायत संगठन में भी ऊपर स्तर पर कर दी गई है अब देखना यह है कि जिस तरह राजस्व घोटालों में शिकायत के बाद भी संदीप शर्मा जुगाड़ के माध्यम से कुर्सी पर जमे हुए हैं।