Bhopal Murder Case: 58 साल की उम्र में 6 लोगों की कर चुका है हत्या, डेढ़ दशक जेल में भी बिताए, फिर मर्डर के मामले में हत्थे चढ़ा
भोपाल। मध्य प्रदेश के एक सीरियल किलर को राजधानी भोपाल (Bhopal Murder Case) की पुलिस ने दबोचा है। यह सीरियल किलर अब तक 6 हत्या की वारदात को अंजाम दे चुका है। इस सायको किलर को पुलिस की भाषा में ‘खजानावाला किलर’ (MP Khajanawala Killer) के नाम से भी पहचाना जाता है। यह किलर पांच हत्याकांड के मामले में सजा काट चुका है। एक बार फिर वह पुलिस के हत्थे चढ़ा है। उसकी तलाश जंगल में सिर कुचलकर की गई हत्या (Bhopal Brutal Murder) के मामले में थी। जिस व्यक्ति की लाश थी वह वेब पोर्टल में नौकरी करता था।
डरकर परिवार ही भाग गया
सीरियल किलर का नाम मनीराम सेन उर्फ मनिया (Maniram Sen@Maniya) है। आरोपी की उम्र 58 साल है। आरोपी मूलत: विदिशा का रहने वाला है। फिलहाल राजधानी भोपाल के अशोका गार्डन स्थित नवाब कॉलोनी में रहता था। परिवार में दो बेेटे और दो बेटियां हैं। बेटे मजदूरी करके जीवन व्यतीत कर रहे थे। अचानक पिता के कारण उन्हें शहर छोड़कर भागना पड़ा। क्योंकि भोपाल पुलिस उसकी तलाश में बेटों की खोजबीन कर रही थी। इसलिए परिवार को यकीन हो गया था कि फिर मनीराम सेन उर्फ मनिया ने कोई वारदात की है।
इसलिए हो रही थी तलाश
सुखी सेवनिया थाना क्षेत्र स्थित ग्राम अब्दुल्ला बरखेड़ी के जंगल में लाश मिली थी। हत्या भारी पत्थर से सिर कुचलकर की गई थी। यह मामला 08 नवम्बर, 2020 को पुलिस के सामने आया था। शव की पहचान वहां मिली एक स्कूटी की मदद से हुई थी। शव 36 वर्षीय आदिल वहाव (Bhopal Adil Vahab Killing News) का था जो कि केकेआर वेब न्यूज पोर्टल में नौकरी करता था। इसी मामले की छानबीन के दौरान 74 लोगों से हुई पूछताछ में मनीराम सेन उर्फ मनिया का नाम सामने आया था। जब यह साबित हो गया था कि मनीराम सेन ने छठवीं हत्या की है तो उस पर 20 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया। उसको जानने वाले सारे लोगों की तलाश की गई। इसमें कुछ सेवानिवृत्त पुलिस कर्मचारी भी थे।
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बोरी में बैठाकर करा रहा था अनुष्ठान
आरोपी ने हत्या करना कबूल लिया है। उसको सागर (Sagar) जिले के राहतगढ़ से लाया गया है। पूछताछ में उसने कबूला है कि आदिल वहाब से गढ़ा खजाना दिलाने का झांसा देकर उससे 17 हजार रुपए लिए थे। वह उससे रकम भी मांग रहा था। वह न्यूज पोर्टल में काम करता था। इसलिए खतरा था कि उसके पुराने राज फिर सामने न आ जाए। इसलिए वह योजनाबद्ध तरीके से झांसा देकर सुखी सेवनिया के जंगल में अब्दुल वहाब को ले गया। यहां जूट के बोरा पर बैठाकर पूजा के बहाने आंख बंद कराकर पीछे से उसके सिर पर पत्थर से उसने सिर कुचला था।
जिसने सुना वह रह गया हैरान
मध्य प्रदेश के लिए मनीराम सेन उर्फ मनिया काफी चर्चित नाम रहा है। वह सायको किलर के साथ खजानावाला किलर भी कहा जाता है। वह सुर्खियों में 2000 में आया था। उस वक्त वह विदिशा (Vidisha) जिले में रहता था। उसने थाना ग्यारसपुर इलाके में खजाना दिलाने के नाम पर रूपये ले लिए थे। जिनसे रकम ली थी उनकी एक—एक करके पांच लोगों की नृशंस तरीके से हत्या कर दी थी। नाम सामने आने के बाद वह डेढ़ साल तक फरार रहा। इस मामले में उसको आजीवन कारावास की सजा मिली थी। मनीराम सेन 2017 में सजा पूरी करने के बाद रिहा हुआ था।
चार थानों की पुलिस लगी थी
ग्यारसपुर जिला विदिशा के अपराध क्रमांक 99/2000 धारा 302,201 भादवि में वर्ष 2006 में पैरोल पर आकर भी फरार हो चुका था जिसे 4 माह पश्चात विदिशा पुलिस ने गुजरात से गिरफ्तार किया गया था। आदिल वहाव निवासी बी-48 शेड अशोका गार्डन क्षेत्र का रहने वाला था। पुलिस की एक टीम मनीराम सेन के आगे—पीछे थी। वह इलाहाबाद से लौटकर राहतगढ़ जिला सागर पहुंचने वाला है। इस बात की पक्की खबर पुलिस टीम को थी। इस काम में भोपाल शहर के चार थाने सुखी सेवनिया टीआई विजय बहादुर सिंह सेंगर, पिपलानी निरीक्षक चैन सिंह रघुवंशी, अवधपुरी थाना प्रभारी विजय त्रिपाठी और बिलखिरिया थाने के एसआई मेहताब सिंह जुटे हुए थे। टीम का नेतृत्व अयोध्या नगर सीएसपी सुरेश दामले कर रहे थे।
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