2017 में भी गिरफ्तार किया गया था आरोपी बलराम सिंह, पाकिस्तान के लिए जासूसी का आरोप
सतना। देश में आतंकी पोषण (Terror Funding) के लिए विदेश से आने वाले पैसों के लेन-देन के तार मध्यप्रदेश से भी जुड़े हुए है। इस बात का खुलासा सतना (Satna) में हुआ है। पुलिस ने बुधवार रात तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि दो संदिग्धों से हिरासत में लेकर पूछताछ चल रहीं है। पांचों पर टैरर फंडिंग रैकेट चलाने का आरोप है।
एसपी रियाज इकबाल ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि आरोपियों ने विदेशों में कई कॉल किए और विभिन्न बैंक खातों का उपयोग कर कई लेन-देन किए। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में बलराम सिंह (Balram singh), सुनील सिंह और शुभम तिवारी शामिल है। वहीं हिरासत में लिए गए लोगों के नाम का खुलासा पुलिस ने नहीं किया है।
एसपी रियाज इकबाल ने बताया कि पांचों आरोपियों को आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) के हवाले कर दिया है। आगे की पूछताछ एटीएस ही करेगी। एसपी के मुताबिक आरोपी विभिन्न सोशल नेटवर्किंग साइट्स का उपयोग कर विदेशों में बैठे अपने आकाओं से संपर्क में बने हुए थे। इसके अलावा उन्होंने विभिन्न बैंक खातों का उपयोग कर कई लेन-देन भी किए। मामले के तार उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार से भी जुड़े ही। जिसकी परते अब एटीएस खोलेगी।
आरोपी बलराम सिंह और हिरासत में लिया गए एक युवक को एटीएस ने फरवरी 2017 में भी जासूरी रैकेट और आतंकी फंडिंग के मामले में गिरफ्तार किया था। सूत्रों के मुताबिक बलराम सिंह फिलहाल जमानत पर बाहर आया था।
बताया जा रहा है कि 2017 में बलराम सिंह और अन्य 11 लोगों को पाकिस्तान के लिए जानकारी एकत्रित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस को पाकिस्तान से जुड़े जासूसी रैकेट से आरोपियों के लिंक की जानकारी मिली थी।
एक अधिकारी ने कहा कि बलराम सिंह के खातों में ‘हवाला’ के लेन-देन के माध्यम से अक्सर विदेशी संचालकों द्वारा काल्पनिक नाम के साथ पैसा जमा किया जाता था, जो आरोपियों के साथ संपर्क में रहते थे।
उन्होंने कहा कि संचालकों ने पहचान छिपाने के लिए संचार की विभिन्न आधुनिक गुप्त तकनीकों का उपयोग करते हुए इन आरोपियों से बात की।