कूटनीतिक लिहाज से तनाव के बहाने भारत ने दुनिया का अपनी तरफ ध्यान आकर्षण कराया

Share

पहली बार तीनों सेनाओं के अफसरों ने खोले पाकिस्तान की तरफ से युद्ध के लिए उकसाने वाले राज, पाकिस्तान विंग कमांडर को बिना शर्त भारत को सौपने हुआ राजी

भोपाल। भारत के जम्मू कश्मीर में चार दशक से चल रहे आतंकी गतिविधियों के खिलाफ नरेंद्र मोदी सरकार ने खुलकर मोर्चा खोल दिया है। भारत ने श्रीनगर के नजदीक हुए आतंकी हमले को आधार बनाकर एक तीर से कई शिकार कर लिये। यह हमला 14 फरवरी को पुलवामा में हुआ था। जिसकी जिम्मेदारी पाकिस्तान में पल रहे जैश ए मोहम्मद के चीफ अजहर मसूद के संगठन ने ली थी। इस हमले के बाद 25-26 फरवरी की दरम्यानी रात तीन बजे एयर स्ट्राइक किया। जिसमें 12 मिराज विमानों ने पाक अधिकृत कश्मीर में घुसकर मसूद के तीन आतंकी कैम्प बालाकोट, चिकोटी और मुज्जफराबाद को तबाह कर दिया। इसमें बालाकोट प्रमुख था, जहां का प्रमुख मसूद का रिश्तेदार था। जवाब में पाक की तरफ से भी एयर स्ट्राइक हुई थी। इसी हमले के बाद भारत की तीनों सेना के अफसर गुरुवार को मीडिया के सामने आए। उन्होंने पाक और उसके गुप्त आतंकी एजेंडे को बेनकाब करते हुए इमरान खान सरकार को कठघरे में लाकर खड़ा कर दिया। इस मीडिया ब्रीफिंग से भारत दुनिया में उभरता देश और पाक को दहशत वाला देश साबित करने में कामयाब रहा। भारत ने पुलवामा हमले के बाद उपजे तनाव को हथियार बनाकर कई मोर्चों पर अपना पताका फहराने में कामयाब रहा।

अमेरिका को भी कूटनीतिक तरीके से चेताया
गुरुवार को तीनों सेनाओं की तरफ से बताया गया कि वह पाकिस्तान की हर रणनीति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। अफसरों ने कहा कि भारत की सेनाएं आतंकवाद के खिलाफ निपटने के लिए दृढ़ संकल्पित है। इसी दिशा में कदम उठाते हुए हमने एयर स्ट्राइक किया था। बदले में दो दिन से पाक की तरफ से भारत को युद्ध के लिए उकसाया जा रहा है। एयर वाईस मार्शल आरजीके कपूर ने कहा कि भारत ने आतंकवाद के ट्रेनिंग कैम्प तबाह किये थे। जिसे पाकिस्तान मानने को राजी नहीं था। बदले में पाकिस्तान ने एफ-16 लड़ाकू विमान का इस्तेमाल किया। इसी विमान की मदद से गोले भारत के नोशेरा सेक्टर में दागे गये थे। यहां भारत की कई बटालियन और छावनी है। हालांकि भारत के तैनात विमान के बेड़ो ने पाक के मंसूबों पर पानी फेर दिया। हमने उनका एक एफ-16 मार गिराया। हालांकि पाकिस्तान एफ-16 विमान के इस्तेमाल से इंकार कर रहा था। कपूर ने पाकिस्तान के इस झूठ से पर्दा उठाते हुए बताया कि नोसेरा सेक्टर के नजदीक जो बम गिरा था वह एमरोन मिसाइल है। इस मिसाइल के अवशेष दिखाने से पहले कपूर ने बताया कि यह मिसाइल को केवल एफ-16 विमान की मदद से ही लांच किया जा सकता है। यह विमान अमेरिका ने पाकिस्तान को दिये थे। विमान को देने से पहले पाक ने अमेरिका से समझौता किया था जिसके मुताबिक इन विमान का वह केवल आतंकवाद के खिलाफ करेगा। पर पाक ने आतंकी कैम्प को मिटाने पर भारत के खिलाफ किया गया। भारत इन विमान और शर्तों के उल्लंघन को लेकर भी अमेरिका का ध्यान आकर्षित करा सकता है।

यह भी पढ़ें:   देश की स्वास्थ्य सुविधाओं को राष्ट्रीय बहस में लाने वाला चमकी बुखार आखिर होता क्या है?

यूएई के प्रिंस और तुर्की के राष्ट्रपति कर रहे मध्यस्थता
कूटनीति में बार-बार पटखनी खा रहा पाकिस्तान दुनिया भर में अलग थलग पड़ गया है। गुरुवार को पाकिस्तान की संसद में अपना पक्ष रखते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा किया कि वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह भारत के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को बिना शर्त सौपने जा रहे हैं। अभिनंदन बुधवार सुबह पाक सीमा में उस वक़्त चले गये थे जब वे पाक विमान को खदेड़ने निकले थे। इधर खबर है कि मध्यस्थता के लिए इमरान खान की तुर्की के राष्ट्रपति और आबू धाबी के प्रिंस से बातचीत हो गई है। पाक के जियो टीवी ने दावा किया है कि यूएई के प्रिंस ने इमरान और मोदी से बातचीत भी की है।

दुनिया का व्यापार प्रभावित
भारत-पाक सीमा पर चल रहे तनाव के चलते दुनिया के कई मुल्क का व्यापार प्रभावित हो गया है। दोनों मुल्कों के आसमान से कोई भी देश अपने विमान को नहीं ले जा पा रहा है। वहीं भारत-पाक के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रेस 4 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई है। दोनों देशों के बीच सुलह के लिए इस्लामिक देशों के समूह के अलावा सार्क देश की तरफ से भी कोशिशें जारी है। पर भारत की शर्त है कि पाक अपनी तरफ से आतंकवाद के खिलाफ अपने रुख को दुनिया के सामने साफ करें। इधर पाक का हिमायती दोस्त चीन ने भी उससे किनारा कर लिया है।

Don`t copy text!