India-China Tension : सैनिकों के पास हथियार थे लेकिन झड़प में इस्तेमाल नहीं किया जाता
नई दिल्ली। गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारत और चीन की सेना के बीच हुई झड़प (India China Tension) के मामले में अब विदेश मंत्री एस जयशंकर (Dr. S. Jaishankar) का बयान सामने आया है। जयशंकर ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के सवाल का जवाब दिया है। राहुल गांधी ने पूछा था कि सैनिकों को बिना हथियार के किसने भेजा था। एस जयशंकर ने इस सवाल का जवाब देते हुए 1996 और 2005 के समझौते का हवाला दिया है। केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर ने राहुल गांधी के ट्वीट को रिट्वीट कर जवाब दिया है।
समझौते का हवाला
विदेश राज्य मंत्री एस जयशंकर ने लिखा कि – ‘सीमा पर सभी सैनिक हमेशा हथियार लेकर जाते हैं, खासकर तब जब वे अपनी पोस्ट छोड़ते है। 15 जून को गालवान में उन सैनिकों ने भी ऐसा ही किया। लेकिन 1996 और 2005 के समझौते के अनुसार झड़प के दौरान फायरआर्म्स का इस्तेमाल नहीं किया जाता।’
राहुल गांधी का सवाल
कौन ज़िम्मेदार है? pic.twitter.com/UsRSWV6mKs
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 18, 2020
बता दें कि राहुल गांधी ने गलवान घाटी को लेकर गुरुवार को मोदी सरकार पर तीखा हमला किया था। उन्होंने सवाल पूछा था। जिसके बाद एआईसीसी ने भी प्रेस विज्ञप्ती जारी करते हुए उन्हीं सवालों को पूछा है।
कांग्रेस ने पूछा कि- हमारे सैन्य अधिकारी और सैनिकों को दुश्मन के पास निहत्था क्यों भेजा गया? किस हुक्मरान ने सैनिकों को ये आदेश दिया? जब वो बिना हथियार गए थे तो बैकअप फोर्स क्यों नहीं भेजा गया? चीन के षड़यंत्र की पहले से सूचना नहीं थी क्या?
यह भी पढ़ेंः हमारे सैनिक शहीद हुए, चीन ने जमीन हड़पी, पीएम मोदी कहां छुपे हैं
खबर के लिए ऐसे जुड़े
हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। इसलिए हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 9425005378 पर संपर्क कर सकते हैं।