Bhopal Freak Lover Constable : कमरे में बंद करने पर घर में लगा दी आग, एसएएफ कांस्टेबल को हिरासत में लिया गया
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के शाहपुरा स्थित सब्जी फार्म इलाके में मंगलवार रात एक सनकी आशिक (Bhopal Freak Lover Constable) ने खूनी खेल को अंजाम दिया। सनकी आशिक मध्य प्रदेश पुलिस विभाग की सशस्त्र बल का सिपाही है। वह अपनी लोडेड एसएलआर लेकर मंगेतर के घर धमक गया था। उसने सरकारी रायफल से ताबड़तोड़ गोलियां (Bhopal Constable Gun Shot) बरसा दी। इन गोलियों की चपेट में प्रेमिका का छोटा भाई और उसकी मां चपेट में आ गई। इस कांड में गोली लगने से जख्मी युवक की मौत हो गई है।
ऐसे हुई थी प्रेमिका से पहचान
घटना शाहपुरा थाना क्षेत्र के सब्जी फार्म इलाके में मंगलवार रात लगभग 11 बजे हुई थी। यहां सातवीं बटालियन में तैनात आरोपी आरक्षक अजीत चौहान पिता रोकम सिंह उम्र 28 साल पहुंचा था। वह मूलत: रायसेन (Raisen) जिले का रहने वाला है। उसकी पहचान रिंकी धाकड़ से हुई थी। दोनों के बीच मुलाकात और बातचीत भी हुआ करती थी। मंगलवार रात को रिंकी से आखिरी बार अजीत चौहान की बातचीत हुई थी। उसको ड्यूटी में जाना था। लेकिन, वह मंगेतर के घर सरकारी रायफल लेकर पहुंच गया।
यह भी पढ़ें: इस वर्दी पहने दिल्ली के एसीपी के झांसे में न आना, वरना पूरे परिवार को पड़ेगा पछताना
ऐसे चलाई गोलियां
पुलिस को जांच में पता चला है कि आरोपी अजीत चौहान (Ajeet Chouhan) ने अपनी सरकारी एसएलआर रायफल परिवार पर तान दी। उसे हटाने के लिए जैसे ही परिजनों ने किया तो सिपाही ने उसका ट्रिगर दबा दिया। नतीजतन, एक ही बस्ट में 10 गोलियां निकल पड़ी। इसमें से एक गोली रिंकी के छोटे भाई 22 वर्षीय रीतेश धाकड़ (Ritesh Dhakad) पिता जगन सिंह धाकड़ के पेट से आर—पार हो गई। दूसरी गोली मां की जांघ में जा लगी। गोलियों की आवाज सुनकर लोग वहां आ पहुंचे। तब तक पीड़ित परिवार ने आरोपी अजीत चौहान से उसकी रायफल छीन ली थी। इतना ही नहीं उसको घर के किचन में बंद भी कर दिया गया। इस बीच लोगों ने पुलिस को खबर दे दी थी। पुलिस मौके पर पहुंचती तब तक आरोपी ने तांडव जारी रखा।
बटालियन के अफसरों ने की पूछताछ
आरोपी अजीत चौहान ने गोलियां बरसाने के बाद भी कोई कसर नहीं छोड़ी थी। उसने किचन में रखी माचिस से आग लगा दी। इस आग में उसने अपने पास मौजूद कारतूस को झोंक दिया। जब वहां पुलिस घेराबंदी करने पहुंची तो वहां कारतूस जलने की वजह से धमाके होने लगे। यह देखते हुए दमकल के अमले को भी मौके पर बुलाया गया। प्यार में सनकी सायको एसएएफ कांस्टेबल को बड़ी मशक्कत के बाद हिरासत में लिया गया। थाने में सातवीं बटालियन के अफसर भी पहुंचे थे। उन्होंने भी आरोपी से बातचीत की और वास्तविकता हासिल की। गोली लगने से जख्मी मां को नर्मदा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस की एक टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है।
यह बोलकर कर रहा बचाव
जगन सिंह धाकड़ (Jagan Singh Dhakad) के तीन बच्चे है। सबसे बड़ा बेटा मनसुख है जिसके बाद रिंकी धाकड़ है। तीसरे बेटे रीतेश धाकड़ की गोली लगने से मौत हो गई है। रिंकी की शादी को लेकर परिवार काफी चिंतित भी था। इधर, आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि वह अपने आपको मारने के लिए फायर कर रहा था। तभी रिंकी के परिजनों ने रायफल की नाल पकड़ ली और गोलियां इधर—उधर चल पड़ी। थाने में भी काफी हंगामा मचाया। उसको अफसरों की तरफ से विशेष निगरानी में रखा गया है। घटनास्थल पर पड़ताल के लिए एफएसएल की टीम पहुंच गई है।
एक महीने बाद होनी थी शादी
इस सनसनीखेज हत्याकांड (Bhopal Freak Lover Constable) के मामले में भोपाल पुलिस ने सोशल मीडिया में बयान जारी किया है। भोपाल पुलिस ने कहा है कि आरोपी अजीत चौहान की सगाई 21 अक्टूबर, 2020 को हो गई थी। दोनों की शादी 2 मई, 2021 को होना थी। लेकिन, मंगेतर से अजीत चौहान के मनमुटाव हो गए थे। यह बयान एएसपी राजेश सिंह भदौरिया (ASP Rajesh Singh Bhadouriya) की तरफ से जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि डीआईजी सिटी इरशाद वली ने अजीत चौहान को निलंबित करने के आदेश दे दिए हैं। वहीं बटालियन के गार्ड कमांडर चंद्रभूषण पाराशर (Chandra Bhushan Parashar) को भी निलंबित कर दिया है। इधर, भोपाल पुलिस का दावा है कि पीड़ित परिवार ने मारपीट का कोई भी आवेदन नहीं दिया था।
इसलिए करता था विवाद
चंद्रभूषण पाराशर को आरोपी अजीत चौहान के सरकारी रायफल जमा न कराने पर निलंबित किया गया है। वहीं पुलिस ने बताया कि रिंकी धाकड़ एचडीएफसी बैंक में नौकरी करती थी। यह उसकी प्रायवेट जॉब थी। इस कारण उसकी कई लोगों से दोस्ती भी थी। यह बात अजीत चौहान को अखरती थी। वह ऐसा करने पर उसके साथ रोकटोक करता था। आरोपी अजीत चौहान बटालियन में सिपाही था। लेकिन, उसकी ड्यूटी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के भोपाल में स्थित समिधा कार्यालय में थी। डीआईजी सिटी इरशाद वली ने मीडिया को बताया है कि इस मामले की जांच स्पेशल टीम करेगी। इस काम के लिए एक एसआईटी बना दी गई है। मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी।