जितना खर्च कर देते थे पिता उतनी मिल रही थी उसको पगार, पुलिस वैरीफिकेशन कराते वक्त खुला हाई सोसायटी के इकलौते बेटे का राज
शिमला। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की राजधानी शिमला (Shimla) से आज के युवाओं को प्रेरित (Encouraging Youth) कर देने वाले एक समाचार सामने आया है। यहां की एक होटल में करोड़पति (Millionaire) बाप का बेटा जूठी प्लेट साफ करने की नौकरी कर रहा था। यह राज तब उजागर हुआ जब होटल के मैनेजर ने उसका चरित्र सत्यापन (Character Verification) कराया। जब पुलिस ने उसके माता—पिता के बारे में पूछा तो होटल का मालिक स्वयं उसके हाल—चाल जानने पहुंच गया। उस लड़के ने पूछताछ में बताया है कि ऐसा उसने माता—पिता के सामने खुद को साबित करने के लिए किया है।
शिमला की होटल (Shimla Hotel) में जो प्लेट साफ करता था वह इंजीनियरिंग का होनहार छात्र था। लेकिन, उसका मन पढ़ाई में नहीं लगता था। इस कारण वह गुजरात (Gujrat) के बड़ोदरा (Vadodara) में स्थित आलीशान कोठी छोड़कर फुटपाथ पर सोने और सामान्य नौकरी करने निकल गया। छात्र का नाम द्वारकेश ठक्कर (Dwarkesh Thakkar) है। वह वडोदरा के नजदीक पाडरा (Padra) कस्बे के रहने वाला है। उसके पिता बड़े तेल कारोबारी (Oil Merchant) है। उसके पिता ने उसकी गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी। वह रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी कैमरे में कैद भी हुआ था। पूरा मामला शिमला की होटल मैनेजर की जागरूकता से खुला। दरअसल, द्वारकेश जहां नौकरी करता था वहां उसका चरित्र सत्यापन करने के लिए पुलिस को बुलाया गया था। पुलिस ने उसका परिचय पत्र हासिल करके पाडरा पुलिस स्टेशन भेजा था।
पाडरा पुलिस स्टेशन से बताया गया कि द्वारकेश लापता है और उसके पिता करोड़पति हैं। इस बात की खबर होटल मैनेजर को दी गई। लेकिन, उससे कहा गया कि वह जानकारी उसको नहीं देंगे। इसके बाद माता—पिता उस होटल पर पहुंचे जहां वह नौकरी कर रहा था। लेकिन, जब माता—पिता वहां पहुंचे तो उस वक्त वह होटल में नहीं था। फिर वहां पहुंचे जहां वह सोता था। परिवार वहां पहुंचा तो वह देखकर हैरान रह गया। वह फुटपाथ पर सो रहा था। पुलिस के समक्ष कागजी खानापूर्ति के बाद माता—पिता द्वारकेश को अपने साथ फ्लाइट से घर ले गए हैं।