केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के खिलाफ एफआईआर, पोलिंग एजेंट को धमकाने का आरोप

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पश्चिम बंगाल  में चारों चरणों के मतदान में हुई झड़पें

केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो

आसनसोल। लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में भी पश्चिम बंगाल में हिंसक झड़पे हुई। आसनसोल सीट पर हाईवोल्टेज ड्रामा और उत्पात देखने को मिला। इस सीट से केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो भाजपा प्रत्याशी है। तो वहीं जानी-मानी अभिनेत्री मुनमुन सेन तृणमूल कांग्रेस की तरफ से मैदान में है। सोमवार सुबह वोटिंग के दौरान मचे उत्पात के एक मामले में बाबुल सुप्रियो के खिलाफ एफआईआर के निर्देश दिए गए है। आरोप है कि सुप्रीयो ने बूथ नंबर 199 में जबरन घुसकर बूथ एजेंट को धमकाया और बदसलूकी की। इस शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने एक्शन लिया है। वहीं दिनभर मचे उत्पात के बाद शाम को टीएमसी कैंडिडेट मुनमुन सेन ने चौंकाने वाला बयान दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें बेड टी देर से मिली थी, इसलिए वो देर से जागी। लिहाजा उन्हें घटनाओं की जानकारी ही नहीं है।

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पश्चिम बंगाल में अब तक 4 चरणों में वोटिंग हुई है और हर बार हिंसक झड़पों की खबरें सामने आई है। सोमवार को भी भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद की स्थिति बन गई। कई जगह पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा। बाराबनी में बाबुल सुप्रियो की गाड़ी पर भी हमला किया गया था। उस वक्त वो एक पोलिंग बूथ के बाहर खड़े थे।

तीसरे चरण में भी हुई हिंसा

23 अप्रैल को हिंसा की घटनाएं मुर्शिदाबाद से सामने आई थी। सुबह सबसे पहले डोमकाल इलाके में दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई। जिसमें तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के तीन कार्यकर्ता बुरी तरह घायल हो गए। बताया गया कि कांग्रेस और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हुआ था, जो हिंसा में तब्दील हो गया। वहीं बलीग्राम में भी दोनों पार्टी के कार्यकर्ताओं में हुए झगड़े का शिकार एक शख्स हो गया। हिंसक झड़प में मतदान की लाइन में खड़े एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।

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इसी बीच रानीनगर इलाके से एक वीडियो सामने आया था। जहां उपद्रवियों ने देशी बम से विस्फोट किए । बताया गया कि ये बमबारी पोलिंग बूथ के पास की गई। लोगों को मतदान से रोकने के लिए बम फेंके गए, ताकि लोग डर जाए और वोट न डाले। तमाम सुरक्षा व्यवस्थाओं के बीच उपद्रवी मतदान को प्रभावित करने में कामयाब हो रहे है। पहले और दूसरे चरण में भी पश्चिम बंगाल में हिंसा हुई थी। दूसरे चरण में सीपीएम के एक नेता की गाड़ी पर हमला किया गया था। वहीं पहले चरण बूथ कैंप्चरिंग के आरोप में लोगों ने हाईवे पर जाम लगा दिया था।

 

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