राम मंदिर पर बयान देकर फंसी प्रज्ञा, जिला निर्वाचन अधिकारी ने दिए मामला दर्ज करने के आदेश
भोपाल। जिला निर्वाचन अधिकारी भोपाल ने लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश जारी कर दिए है। जिसके बाद उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। प्रज्ञा ठाकुर ने अयोध्या में विवादित ढ़ांचा तोड़ने और राम मंदिर निर्माण को लेकर बयान दिया था। टीवी चैनलों को दिए इंटरव्यू में वो साफ-साफ कह रहीं थी कि 1992 में उन्होंने अयोध्या में विवादित ढ़ांचा (बाबरी मस्जिद) गिराया था। ढांचे के ऊपर चढ़कर उसे तोड़ा था और अपने इस कृत्य पर उन्हें गर्व है। प्रज्ञा ने आगे कहा कि वे अयोध्या में राम मंदिर बनाने भी जाएंगी। जल्द ही भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा।
चुनाव आयोग को इस बयान पर आपत्ति
‘’राम मंदिर हम बनाएंगे एवं भव्य बनाएंगे, हम तोड़ने गए थे ढ़ांचा, मैंने चढ़कर तोड़ा था ढ़ांचा इस पर मुझे भयंकर गर्व है। मुझे ईश्वर ने शक्ति दी थी हमने देश का कलंक मिटाया है।‘’
प्रज्ञा ठाकुर ने ये बयान एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में दिया था। इस जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर सुदाम खाड़े ने आदर्श आचार संहिता के अध्याय 04 की कंडिका का स्पष्ट उल्लंघन माना और सहायक रिटर्निंग ऑफिसर को प्रज्ञा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए।
एक दिन में जारी हुए थे नोटिस
विवादित बयानों के चलते चुनाव आयोग ने प्रज्ञा ठाकुर को एक ही दिन में दो नोटिस थमा दिए थे। शहीद हेमंत करकरे और विवादित ढ़ांचा विधवंस मामले में उनसे एक दिन में जवाब मांगा गया था। उनके साथ भाजपा जिलाध्यक्ष विकास वीरानी से भी जवाब तलब किया गया था। चुनाव आयोग द्वारा जारी नोटिस में साफ लिखा गया है कि जवाब नहीं दिया तो एक पक्षीय कार्रवाई की जाएगी। वहीं नोटिस जारी होने के बाद भी प्रज्ञा ठाकुर लगातार राम मंदिर मामले में बयान दे रहीं थी।
आदतन अपराधी है प्रज्ञा- सीएम भूपेश बघेल
मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर को भोपाल से प्रत्याशी बनाए जाने के बाद से ही देश भर के नेताओं के बयान सामने आ रहे है। अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सनसनीखेज खुलासा किया है। बघेल का कहना है कि प्रज्ञा ठाकुर का व्यवहार आदतन अपराधी जैसा रहा हैं, वो छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करती हैं। 19 साल पहले छत्तीसगढ़ में भी चाकूबाजी की थी, लोगों से मारपीट भी की थी। प्रज्ञा शुरु से ही झगड़ालू प्रवृत्ति की रही है।