Bhartiya Kisan Sangh: दिल्ली में इसी साल किसान गर्जना रैली के जरिए दिखाएगा शक्ति प्रदर्शन, कृषि उत्पादोंसे जीएसटी हटाने और सम्मान निधि बढ़ाने समेत कई अन्य मांगों को लेकर करेगा विरोध
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के लिए काफी अहम माने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के भारतीय किसान संघ (Bhartiya Kisan Sangh) ने केंद्र की नीतियों के खिलाफ जंगी प्रदर्शन की तैयारी शुरू कर दी है। इस बात का निर्णय पिछले दिनों दिल्ली में आयोजित बैठक में लिया गया है। इसके तहत दिसंबर के मध्य में किसान गर्जना रैली आयोजित करने की तैयारी शुरू कर दी है। इससे पहले भारत के कई प्रांतों में सांकेतिक विरोध प्रदर्शन की भी योजना बनाई है। मतलब साफ है कि मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ अब उनकी ही पार्टी को समर्थन देने वाले आरएसएस की तरफ से संकेत साफ है कि वह बातचीत से समाधान नहीं निकालेंगे।
मुश्किलों में हो सकती है सरकार
मीडिया रिपोर्ट से मिल रही जानकारी के अनुसार भारतीय किसान संघ के कार्यकर्ता देशभर के सभी प्रांतों में ग्राम संपर्क, धरना और पदयात्रा जैसे कार्यक्रमों के जरिए जनांदोलन खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं। संघ की मांग है कि जीएसटी को पूरी तरह से खत्म करने के साथ ही बढ़ रही महंगाई के अनुपात में किसान सम्मान निधि की राशि बढ़ाने की मांग प्रमुख है। मांगों को लेकर सरकार पर दवाब डालने के लिए भारतीय किसान संघ इसी वर्ष 19 दिसंबर को दिल्ली में किसानों की एक बड़ी रैली किसान गर्जना रैली का आयोजन भी करने जा रहा है। इसमें देश भर से लाखों की संख्या में किसानों को जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। यह निर्णय भारतीय किसान संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी और प्रांतों के मुख्य पदाधिकारियों की हाल ही में दिल्ली के भीतर हुई बैठक में इस आंदोलन की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा हुई थी। दो दिवसीय बैठक में पारित हुये निर्णय की जानकारी देते हुए भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय मंत्री साई रेड्डी और महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र ने बताया खाद्यान की सुरक्षा के साथ किसानों की सुरक्षा अति आवश्यक है। किसानों ने भरपूर उत्पादन कर देश की खाद्यान सुरक्षा सुनिश्चित की है। किंतु अभी तक किसान की हालत जस की तस है। इस आशय की जानकारी देते हुए नवजीवन इंडिया डॉट कॉम ने यह समाचार मंगलवार को प्रकाशित किया है।