Delhi News: भारतीय पुलिस सेवा 900 से अधिक कानून और 10 हजार राज्यों के कानूनों का पालन कराने में हैं दक्ष, दुनिया के 195 देशों की पुलिस और जांच एजेंसियों से जुड़े अफसरों की दिल्ली में 25 साल बाद हुई बैठक को प्रधानमंत्री ने संबोधित किया
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नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा और कानून को लेकर गठित इंटरपोल की सालाना बैठक नई दिल्ली में शुरू हो गई। भारत में इससे पहले 1997 में बैठक हुई थी। इस बैठक में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संबोधित किया। उन्होंने कहा इंटरपोल (Delhi News) जिसके अगले साल 100 साल पूरे हो जाएंगे। वैसे ही भारत में आजादी के 75 साल पूरे होने पर अमृत महोत्सव बनाया जा रहा है। इस अवसर पर जानकारी देते हुए कहा कि भारत में पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के जरिए 900 से अधिक केेंद्रीय कानून और राज्यों के 10 हजार से अधिक कानून का पालन कराया जाता है। भारत की तरफ से आतंकवाद को गंभीर चुनौती मानते हुए संगठित अपराध से निपटने की रणनीति पर चिंता जताई गई। बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत सीबीआई, ईडी, एनआईए के अलावा अन्य सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख भाग लेने पहुंचे थे।
संयुक्त राष्ट्र के कई मिशन में निभाई अग्रणी भूमिका
सिक्योर दुनिया हमारी साझी जिम्मेदारी
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इंटरपोल महासभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आगे कहा कि विविधता और लोकतंत्र को कायम रखने में भारत दुनिया के लिए एक केस स्टडी है। पिछले 99 वर्षों में इंटरपोल ने 195 देशों में विश्व स्तर पर पुलिस संगठनों को जोड़ा है और यह कानूनी ढांचे में मतभेदों के बावजूद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि बेहतर विश्व के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जब खतरे ग्लोबल हों तो प्रतिक्रिया लोकल नहीं हो सकती। आतंकवाद, ड्रग कार्टेल, अवैध शिकार करने वाले गिरोहों या संगठित अपराधों के लिए कोई सुरक्षित ठिकाना नहीं होना चाहिए। यह उचित समय है कि दुनिया (Delhi News) को इन खतरों को हराने के लिए एक साथ आना चाहिए. एक सेफ और सिक्योर दुनिया हमारी साझा जिम्मेदारी है। जब अच्छी ताकतें सहयोग करती हैं, तो अपराध की ताकतें काम नहीं कर सकती हैं। जलवायु से जुड़े लक्ष्यों से लेकर कोविड के टीके तक, भारत ने किसी भी संकट में नेतृत्व करने की इच्छा प्रदर्शित की है। ऐसे वक्त में जब राष्ट्र, समाज सिर्फ अपना हित देखने वाले बनते जा रहे हैं वहीं भारत और व्यापक अंतरराष्ट्रीय सहयोग की बात कर रहा है। हम स्थानीय हितों के लिए वैश्विक सहयोग का आह्वान करते हैं। इंटरपोल का सर्वोच्च शासी निकाय है और साल में इसकी एक बार बैठक होती है। बैठक में वित्तीय अपराधों और भ्रष्टाचार के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा होगी। इंटरपोल के अध्यक्ष अहमद नासर अल रईसी और उसके महासचिव महासचिव जुर्गन स्टॉक भी मौजूद रहेंगे।