International News: अमेरिका के बाद अब भारत के पड़ोसी देश नेपाल ने बढ़ाई मोदी सरकार के लिए मुश्किलें, बिहार में रहने वाले 23 लोगों को दबोचा, तीन अरब, 13 करोड़ रुपए से अधिक का फर्जीवाड़ा उजागर

काठमांडू/दिल्ली। देशभर में सायबर सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार की तरफ से करोड़ों रुपए विज्ञापन में बहा दिए गए हैं। देश में रोजगार के अवसर सीमित है। इसलिए भारत के अधिकांश युवा दूसरे देशों में पलायन करके रोजगार तलाश रहे हैं। ऐसा करने के आरोपों पर ही पिछले दिनों अमेरिका ने हथकड़ी पहनाकर भारतीय नागरिकों को डिपोर्ट कर दिया था। जिस कारण केंद्र में मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई। इधर, अब ताजा घटनाक्रम ने पड़ोसी देश नेपाल (International News) ने भारत को हिलाकर रख दिया है। दरअसल, नेपाल पुलिस ने 23 भारतीय नागरिकों को सायबर फ्रॉड के आरोपों में गिरफ्तार किया है।
चीन के बाद भारत का डेरा
इस संबंध में पिछले दिनों नेपाली मीडिया को वहां के पुलिस अधिकारी विश्व अधिकारी ने जानकारी साझा की है। जिसमें बताया गया है कि अधिकांश आरोपी बिहार (Bihar) के रहने वाले हैं। यह सभी काठमांडू (Kathmandu) में किराए के मकान में रहते हुए रैकेट चला रहे थे। इस गिरोह से नेपाल पुलिस (Nepal Police) को 88 मोबाइल, 10 लैपटॉप और 81 हजार रुपए नकद बरामद किए हैं। यह सभी आरोपी ऑन लाइन गैमिंग और सट्टा के जरिए सायबर फ्रॉड Cyber Fraud() कर रहे थे। सभी आरोपियों के खातों की ट्रैल खंगाली गई है तो उसमें तीन अरब, 13 करोड़ रुपए से अधिक के ट्रांजेक्शन मिले हैं। इस गिरोह की जानकारी नेपाल में स्थित भारतीय दूतावास (Indian Embassy) को भी दे दी गई है। आरोपी फेसबुक और इंस्टाग्राम के जरिए अपनी गेमिंग साइट में लाते थे। फिर पीड़ितों के साथ सायबर फ्रॉड को अंजाम देते थे। आरोपियों के पास से 80 लाख रुपए की क्रिप्टो करंसी (Crypto Currency) का भी पता चला है। आरोपियों को अदालत में पेश करके उनसे रिमांड पर पूछताछ की जा रही है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले नेपाल पुलिस ने चीनी युवकों को भी काठमांडू में सायबर फ्रॉड करने के आरोपों में गिरफ्तार किया था। चीन (China) के बाद अब भारतीय नागरिकों के गिरफ्तारी के बाद इसे नेपाल की आंतरिक सुरक्षा के लिए उठाए कदम से इसे जोड़कर देखा जा रहा है।