समाज को शर्मसार कर देने वाली घटना, बचाने की बजाए वीडियो बनाने को दी तजरीह
लोगों की असंवेदनशीलता को उजागर कर देने वाली घटना की तस्वीरें आई सामने
नई दिल्ली। बेटी से छेड़छाड़ का विरोध कर रहे 51 वर्षीय पिता ध्रुव त्यागी की हत्या का मामला सनसनीखेज तो हैं ही। लेकिन समाज को शर्मसार कर देने वाला भी है। किस तरह लोग तमाशबीन बन जाते है। ये घटना उसका जीता-जागता उदाहरण हैं। बदमाश एक पिता और भाई को हत्या के इरादे से बेरहमी से मार रहे थे और लोग तमाशा देख रहे थे। मोबाइल पर वीडियो बना रहे थे, लेकिन कोई बचाने नहीं आया।
घटना रविवार रात करीब डेढ़ बजे की है। जब मोतीनगर इलाके में रहने वाले ध्रुव त्यागी अपनी बेटी का इलाज कराकर अस्पताल से घर लौट रहे थे। रास्ते में खड़े शमशेर आलम और उसके बाप जहांगीर ने ध्रुव त्यागी की बेटी से छेड़छाड़ की। भद्दें कमेंट और अश्लील इशारें किए। जिसे देख ध्रुव त्यागी तमतमा गए। वो बेटी को घर छोड़कर वापस घटना स्थल पर पहुंचे।
अपने पिता को गुस्से में वापस लौटता देख ध्रुव त्यागी का बेटा अनमोल भी मौके पर पहुंत गया। जहां दोनों का शमशेर आलम और जहांगीर से विवाद हुआ। जिसके बाद शमशेर आलम और जहांगीर ने उन पर हमला कर दिया। वो बाप-बेटे को पीटते रहे और लोग तमाशा देखते रहे। बदमाशों ने चाकू से ध्रुव त्यागी और अनमोल पर कई हमले किए। जिससे वो मौके पर ही बेहोश हो गए।
जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। जहां सोमवार को ध्रुव त्यागी ने दम तोड़ दिया। अनमोल की तबियत में कुछ सुधार है लेकिन वो गुस्सें में उठकर बैठ जाते है।
मंगलवार को पीड़ित परिवार को देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिलवाया गया। आरोपी दूसरे समुदाय से है। लिहाजा परिवार ने लोगों से गुहार लगाई है कि घटना को सांप्रदायिक रूप न दिया जाए।
पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। ध्रुव के पड़ोसियों का कहना है कि शमशेर और जहांगीर आदतन अपराधी है। वे पहले भी कई लोगों से झगड़ा कर चुके है। लिहाजा जब वो ध्रुव पर हमला कर रहे थे। तो लोग उनके खौफ की वजह से बीच-बचाव करने नहीं पहुंचे।
अब पीड़ित परिवार को मुआवजा दिए जाने की मांग की जा रहीं है। परिवार में ध्रुव अकेले कमाने वाले थे। लिहाजा अब परिवार के भरण पोषण का संकट खड़ा हो गया है। मुआवजे में 50 लाख और बेटे को नौकरी दिए जाने की मांग उठी है।