गोगी गैंग के दो शार्प शूटर दबोचे गए, एक अन्य बदमाश पुलिस को चकमा देकर हुआ फरार, मुठभेड़ में दो दर्जन से अधिक गोलियां चलीं
दिल्ली। भारत की राजधानी दिल्ली (Delhi) से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई हैं। वारदात को अंजाम देने की योजना जेल के भीतर बनाई गई थी। हालांकि योजना की भनक एजेंसियों को लग गई थी। वक्त रहते इसे नाकाम कर दिया गया। योजना जेल में गोगी गैंग (Gogi Gang) ने बनाई थी। पुलिस ने बदमाशों को दबोचने घेराबंदी की थी। जिसमें दो दर्जन से अधिक गोलियां (Delhi Police Encounter) दोनों तरफ से चलीं। मुठभेड़ के बाद दो बदमाशों को हिरासत में ले लिया गया है। वही एक अन्य मौका पाकर फरार हो गया।
जानकारी के अनुसार मुठभेड़ कंझावला (Kanjhawala Encounter Case) इलाके में शनिवार को हुई थी। इस मुठभेड़ से पहले स्पेशल सेल (Special Cell) के अधिकारियों ने जेल में बंद बंदियों की कॉल रिकॉर्डिंग ट्रैस (Intercept) की गई थी। जिसमें खबर मिली थी कि जितेंद्र गोगी गैंग के कुख्यात बदमाश कुलदीप कासन (Kuldip Kasan) और जितेंद्र बंटू (Jitendra Bantu) ने जेल से बातचीत की है। उनके इशारे पर प्रेमचंद नाम के एक व्यक्ति की हत्या करने की योजना बनाई जा रही है।
प्रेमचंद दिल्ली में कुतुबगढ़ इलाके में रहते हैं। योजना बनाने वाले तीनों बदमाश की धरपकड़ के लिए टीम बनाकर इंतजार किया गया। बदमाश जब तालाब के किनारे बैठे थे तो उन्होंने पुलिस को देख लिया। तीनों बदमाशों में से एक वहां से भाग गया। वहीं दो बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। यह देखकर पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग (Cross Fire) की। दोनों तरफ से करीब दो दर्जन से अधिक गोलियां चली। पुलिस की गोलियां दो बदमाशों को लगी। जिन्हें हिरासत में लेने के बाद इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ऐसा बताया जाता है कि ये दोनों बदमाश गोगी गैंग ने ही नरेला में रह चुके पुर्व विधानसभा प्रत्याशी वीरेंद्र मान (Virendra Man Murder Case) को गोलियां मारी थी। वीरेन्द्र को करीब 26 गोलियां लगी थी। हालांकि इस हत्याकांड को लेकर पुलिस अब तक कोई ठोस सबूत गोगी गैंग गिरोह के खिलाफ अब तक जुटा नहीं सकी है।