दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल की धमाकेदार वापसी
नई दिल्ली। Delhi Election Result दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर परचम लहरा दिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने धमाकेदार वापसी की है। पिछली बार 67 सीटों के साथ सरकार बनाने वाले केजरीवाल को दिल्ली की जनता ने भरपूर आशीर्वाद दिया है। इस बार केजरीवाल की पार्टी लगभग 63 सीटों के साथ सरकार बनाने जा रही है। भारतीय जनता पार्टी की सीटों में इजाफा हुआ है, लेकिन परिणाम ने पार्टी के दावों की हवा निकाल दी है। पिछली बार भारतीय जनता पार्टी के 3 विधायक थे, इस बार संख्या बढ़कर 7 हो गई है। वहीं कांग्रेस की हालत जस की तस बनी हुई है। कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल सका है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि जितनी सीटें जीतकर आम आदमी पार्टी ने सरकार बनाई है। उतनी ही सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई है। 63 सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी जमानत भी नहीं बचा पाए है। गांधी नगर से कांग्रेस प्रत्याशी अरविंदर सिंह लवली, बादली से देवेंद्र कुमार, कस्तूरबा नगर से अभिषेक दत्त ही अपनी जमानत बचाने में कामयाब हो सके है।.
मंगलवार को मंगल करते हनुमान
वोटिंग से पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हनुमान जी के दर्शन करने पहुंचे थे, तो सियासत तेज हो गई थी। केजरीवाल के हनुमान चालीसा पढ़ने पर वो भारतीय जनता पार्टी के निशाने पर थे। उन पर ढ़ोंग करने के आरोप लगाए लए। लेकिन मंगलवार को मिली ऐतिहासिक जीत के बाद केजरीवाल ने एक बार फिर खुदको हनुमान जी का नाम लिया। उन्होंने कहा कि हनुमान जी के आशीर्वाद से वो दोबारा मुख्यमंत्री बने है। वहीं मंगलवार को केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल का जन्मदिन भी है। आम आदमी पार्टी की ये जीत उनके जन्मदिन पर सबसे बड़ा तोहफा है। जीत के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल पूरे परिवार के साथ सामने आए।
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कही खुशी कहीं गम
लंबे समय तक दिल्ली पर राज करने वाली कांग्रेस का इस बार भी खाता नहीं खुला। एक भी प्रत्याशी, विधायक बनकर नहीं लौटा। परिणाम पर पार्टी के भीतर कहीं खुशी कहीं गम का माहौल है। पार्टी बुरी तरह हारी इस बात का गम तो है, लेकिन पूरी ताकत झोंकने के बाद भी भाजपा की हार पर कांग्रेस खुश नजर आ रही है। राजनीतिक जानकारों का भी कहना है कि कांग्रेस ने जानबूझकर भी दिल्ली पर फोकस नहीं किया था। वहीं अपने सैकड़ों सांसदों, मंत्रियों, नेताओं के साथ चुनावी रण में उतरे गृह मंत्री अमित शाह को हार देखनी पड़ी है। जानकारों का कहना है कि भाजपा को पहले से ही पता था कि परिणाम उनके खिलाफ आने वाला है। यहीं वजह थी कि सुबह-सुबह ही पार्टी कार्यालय पर एक पोस्टर लगा दिया गया था। चुनाव के आखिरी दौर में भाजपा माहौल बनाना चाह रही थी, लेकिन वो कामयाब नहीं हो सकी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर अरविंद केजरीवाल को बधाई दी है। विपक्ष के तमाम नेता केजरीवाल की जीत से खुश नजर आ रहे है।