कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा का निधन, पार्षद से शुरु की थी सियासी पारी

Share

93 साल की उम्र में ली अंतिम सांस, दिल्ली में चल रहा था इलाज

Motilal Vohra
मोतीलाल वोरा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता, फाइल फोटो

नई दिल्ली। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा (Motilal Vohra( का निधन हो गया। 93 वर्ष की उम्र में मोतीलाल वोरा ने अंतिम सांस ली। वें लंबे समय से बीमार चल रहे थे। दिल्ली के फोर्टिस एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा था। कई वर्षों तक वें ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष रहे। उनके बाद अहमद पटेल को कोषाध्यक्ष बनाया गया था। हाल ही में पटेल का भी निधन हो गया था। कल ही समर्थकों ने मोतीलाल वोरा का जन्मदिन भी मनाया था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोना की वजह से मोतीलाल वोरा का निधन हो गया। लंबे समय से वें कोरोना से संक्रमित थे। संक्रमण फेफड़ों तक पहुंच गया था। मोतीलाल वोरा कांग्रेस के वरिष्ठतम नेता था। वें उत्तर प्रदेश के राज्यपाल भी रहे। कई अखबारों में संपादक भी रहे। उनके निधन से मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के सियासी गलियारों में शोक की लहर है। मोतीलाल वोरा ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग से पार्षद का चुनाव जीतकर सियासी पारी की शुरुआत की थी। वे पत्रकार से पार्षद बने, फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के सबसे विश्वासपात्र थें।

राहुल गांधी ने जताया दुख

राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि- ‘वोरा जी एक सच्चे कांग्रेसी और अद्भुत इंसान थे। हम उन्हें बहुत मिस करेंगे। उनके परिवार और दोस्तों को मेरा प्यार और संवेदना।’

सीएम भूपेश बघेल ने जताया शोक

बाबूजी श्री मोतीलाल वोरा जी का जाना न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे कांग्रेस परिवार के लिए एक अभिभावक के चले जाने जैसा है। ज़मीनी स्तर से राजनीति शुरु करके राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई और आजीवन एक समर्पित कांग्रेसी बने रहे। उनकी जगह कभी नहीं भरी जा सकेगी।

यह भी पढ़ें:   सीएम शिवराज को कमलनाथ की सलाह, ‘कोरोना को मजाक में नहीं लेते तो बचे रहते’

मैंने अपनी राजनीति का ककहरा जिन लोगों से सीखा उनमें बाबूजी एक थे।अविभाजित मध्यप्रदेश से लेकर छत्तीसगढ़ तक वे हम कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए एक पथ प्रदर्शक थे। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिवार को इस कठिन समय में दुख सहने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति

यह भी पढ़ेंः भाजपा में जाकर क्या फंस गए ज्योतिरादित्य सिंधिया

खबर के लिए ऐसे जुड़े

हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 9425005378 पर संपर्क कर सकते हैं।

Don`t copy text!