एमपी की तरह असम में हॉर्स ट्रेडिंग की आहट, कांग्रेस की नींदे भाजपा ने उड़ाई

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अपने सहयोगी दलों समेत 22 उम्मीदवारों को अचानक जयपुर की होटल में शिफ्ट किया

Asam Horse Trading Fears
निर्वाचन आयोग—फाइल फोटो

जयपुर। मध्य प्रदेश में रातोंरात कांग्रेस से सत्ता छीनने वाली भाजपा से सबक लेते हुए आलाकमान ने असम (Asam Horse Trading Fears) के उम्मीदवारों को अचानक राजस्थान शिफ्ट कर दिया है। यह कवायद चुनाव के बाद ​कराए गए एक्जिट पोल के बाद किए जा रहे हैं। खबर है कि कांग्रेस को हॉर्स ट्रेडिंग का खतरा सता रहा है। इसके चलते ही यह निर्णय लिया गया है। हालांकि भाजपा नेता नयन ज्योति हजारिका इन आशंकाओं को गलत बता रहे हैं।

इसलिए हो रही कवायद

मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों को तोड़कर भाजपा ने मध्य प्रदेश में सरकार बना ली थी। इस बात से सबक लेते हुए कांग्रेस ने यह अभ्यास शुरु किया है। खबर है कि कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों के साथ ही एआईयूडीएफ के उम्मीदवार को राजस्थान के जयपुर स्थित फेयर माउंट होटल में भेज दिया है। असम में 2016 में हुए चुनाव में भाजपा पार्टी जीती थी। जिसके बाद सर्वानंद सोनोवल मुख्यमंत्री बने थे। यहां 126 सीटों में तीन चरणों में मतदान समाप्त हुए है। जिसके परिणाम 2 मई को सार्वजनिक किए जाएंगे। चुनाव के बाद कांग्रेस ने अपना आंतरिक एक्जिट पोल कराया था। जिसमें परिणाम नजदीक होने का संकेत मिले है। जिसके चलते कांग्रेस अपने उम्मीदवारों को अपने खेमे में रखना चाहती है।

कांग्रेस ने चुप्पी साधी

Asam Horse Trading Fears
प्रियंका गांधी—साभार

असम के चुनाव के दौरान प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi), छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) समेत कई अन्य नेता सक्रिय थे। यहां सोनोवाल सरकार के खिलाफ लहर को कांग्रेस भुनाना चाहती थी। इसलिए कई लुभावने वादे जनता से भी किए गए थे। इस बीच वहां के समीकरण को देखते हुए कांग्रेस के आलाकमान को मध्य प्रदेश की याद आ गई। दरअसल, मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार कांग्रेस के ही बागी उम्मीदवारों के चलते हाथों से चली गई थी।

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