समाज ने अर्थ दंड में मांगे 30 हजार रुपए, गायत्री परिवार की मदद से हुई अंत्येष्टि
रायपुर। भारत (India) में सैंकड़ों भाषा बोली जाती है। यहां इससे कहीं ज्यादा अधिक समाज है। सभी समाज (Indian Community) की अलग—अलग रीतियां (Social Evils) हैं। लेकिन, कुछ समाज देश में अभी भी कठोर नीतियों (Hard Regulation) पर चलते हैं। ऐसा ही एक चौका (Shocked News) देने वाला मामला छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) राज्य के जांजगीर (Jaanggir) जिले से सामने आया है। यहां एक व्यक्ति की सड़क दुर्घटना (Accident Death) में मौत हो गई थी। उसको कांधा (Funeral) देने के लिए समाज और गांव के लोगों ने इनकार (Boycott) कर दिया। इस काम के लिए लोगों को काफी मनाया गया। जब इसकी खबर गायत्री शक्तिपीठ (Gaytri Shaktipeeth) परिवार को लगी तो उन्होंने अंत्येष्टि कराई।
क्या है मामला
सामाजिक बहिष्कार (Social Boycott) का यह मामला जांजगीर जिले के जैजेपुर थाना क्षेत्र का है। यहां ग्राम कचंदा में सीआर चौहान (CR Chouhan) का परिवार रहता है। चौहान उद्यान शाखा के अधीक्षक पद से रिटायर हुए थे। उनकी 17 नवंबर को सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। शव 19 नवंबर को पुश्तैनी मकान पर लाया गया। लेकिन, चौहान की अंत्येष्टि में कोई जाने के लिए राजी नहीं हुआ। परिवार ने समाज को 5 हजार रुपए चुकाने के लिए भी कहा। लेकिन, समाज के लोग 30 हजार रुपए मांगने लगे। बात नहीं बनी तो शव घर पर ही पड़ा रहा।
क्यों किया बहिष्कार
सामाजिक बहिष्कार (Social Boycott) अभी से नहीं किया गया था। यह तो चौहान की मौत होने के बाद उजागर हुआ। दरअसल, चौहान का छोटा भाई दिलहरण है। जिसने समाज से अलग जाकर दूसरे समाज में शादी कर ली थी। इस बात से परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया था। ऐसा चौहान की बहन ने भी किया था। बहन ने दूसरे समाज के पुरूष से शादी (Inter Cast Marriage) कर ली थी। इसलिए गांव का कोई भी व्यक्ति सीआर चौहान के शव को कांधा देने के लिए तैयार नहीं हुआ।
किसने किया संस्कार
सीआर चौहान जशपुर (Jashpur) में नौकरी करते थे। यह बात जब आग की तरह फैली तो गायत्री शक्तिपीठ का परिवार सामने आया। उसने दूसरे गांव से लोगों का इंतजाम किया। बेटे ने पिता को मुखाग्नि दी। इस संबंध में जब चौहान समाज के प्रदेश अध्यक्ष रामलाल चौहान से प्रतिक्रिया ली तो ऐसी कोई घटना की जानकारी होने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा हुआ है तो वह समाज में संवाद करके इसको खत्म करने का प्रयास करेंगे।