नौकर को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी (Ajit Jogi) एक बार फिर चर्चा में है। अजीत जोगी और उनके बेटे अमित जोगी (Amit Jogi) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बिलासपुर (Bilaspur) जिले में पुलिस ने जोगी और उनके बेटे पूर्व विधायक अमित जोगी के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 के तहत मामला दर्ज किया है। जोगी पिता-पुत्र पर अपने घरेलू नौकर को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। गुरुवार को जोगी के घर पर काम करने वाले संतोष कौशिक नाम के युवक ने आत्महत्या कर ली थी। मामले में जोगी परिवार का कहना है कि राजनीतिक साजिश के तहत उन्हें फंसाया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ राज्य के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले अजीत जोगी ने कांग्रेस छोड़कर अपनी पार्टी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) बना ली थी। कांग्रेस से अलग हुए जोगी ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर ही साजिश रचने का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि पुलिस ने सरकार के के दवाब में झूठा मामला दर्ज किया है। बता दें कि उनके नौकर संतोष कौशिक ने 15 जनवरी को जोगी के ही आवास के पार्किंग इलाके में आत्महत्या कर ली थी। उनके भाई कृष्णकुमार कौशिक ने जोगी और उनके बेटे को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है। कृष्णकुमार का कहना है कि जोगी परिवार ने संतोष पर चोरी का झूठा आरोप लगाकर अत्याचार किया था। जिसके बाद उसने आत्मघाती कदम उठा लिया।
पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि उनकी शिकायत के आधार पर, आईपीसी की धारा 306 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला अजीत जोगी और अमित जोगी के खिलाफ दर्ज किया गया था। एसपी ने कहा कि संतोष पिछले चार साल से जोगी के घर पर नौकर के रूप में काम कर रहा था। वहीं मरवाही के पूर्व विधायक अमित जोगी ने कहा कि यह मामला “राजनीतिक प्रतिशोध” का हिस्सा है और कांग्रेस सरकार उनके और उनके पिता के खिलाफ साजिश कर रही है। संतोष की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि उनका और उनके पिता का इससे कोई लेना-देना नहीं है।
शनिवार को अमित जोगी ने राज्यपाल से मुलाकात कर ज्ञापन भी सौंपा। उन्होंने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने अब तक एफआईआर की कॉपी न तो मीडिया को दी है और न ही आरोपी पक्ष को दी गई है।