Bhopal Double Murder: यह सीएसपी जिनके कार्यकाल में दूसरी बार दफन लाश निकाली गई

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Bhopal Double Murder: देवर की हत्या से पांच साल पहले पति को भी ठिकाने लगा चुकी थी महिला

Bhopal Double Murder
कोलार थाना—फाइल फोटो

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की ताजा न्यूज दोहरे हत्याकांड (Bhopal Double Murder) की मिल रही है। यह पांच साल के भीतर अंजाम दी गई। पुलिस को दूसरे हत्याकांड की तफ्तीश के दौरान पहले कत्ल की जानकारी मिली है। यह पता चलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। घटना राजधानी भोपाल के कोलार थाना क्षेत्र की है। इन दोनों हत्याकांड को महिला ने अंजाम दिया है। पहले उसने देवर की मदद से पति की हत्या की थी। फिर उसने देवर को भी हथौड़ा मारकर मार डाला था। देवर की लाश एक दिन पहले मैदान में मिली थी।

इसलिए उतारा था मौत के घाट

कोलार थाना पुलिस ने अनुसार 28 मई को धारा 302/201/34 (हत्या, सबूत मिटाने और एक से अधिक आरोपी) के तहत केस दर्ज किया था। हत्या मोहन मारन की गई थी। उसकी लाश 28 मई की सुबह दामखेड़ा के नजदीक गब्बर डेरी के पास मैदान में मिली थी। इसी मामले की जांच में पता चला कि उसकी हत्या भाभी उर्मिला मारन (Urmila Maran) ने की थी। शव को ठिकाने लगाने के लिए उसके नाबालिग बेटे और किराएदार राजेश वाल्मिक की मदद ली गई थी। मोहन मारण के सिर पर हथौड़ा मारकर हत्या हुई थी। शव को ठिकाने लगाने उर्मिला ने अपनी एक्टिवा मोपेड किराएदार को दी थी। पुलिस ने इसी मामले में शनिवार को उसको गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पति के बारे में पूछा गया तो उसने हत्या करने का राज खोला।

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साड़ी में बांधकर दफनाया

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मजदूर दफन लाश को निकालने के लिए खुदाई करते हुए

आरोपी उर्मिला मारन ने बताया कि हत्या करने के बाद शव घर के भीतर ही दफना दिया है। यह पता चलने के बाद फोरेंसिक की टीम के साथ उस जगह पर उर्मिला को ले जाया गया। मजदूरों की मदद से खुदाई की गई। इसमें साड़ी में लिपटा पुलिस को कंकाल मिला। इससे पहले आरोपी ने कहा था कि उसका पति रणजीत मीणा (Ranjeet Meena) पांच साल पहले छोड़ चुका है। वह मंडीदीप इलाके में रहता है। लेकिन, पुलिस को उसकी बताई गई जानकारी में शक नजर आया। इसलिए उससे सख्ती बरती तो वह टूट गई थी। पुलिस ने कंकाल को फोरेंसिक जांच के लिए हमीदिया अस्पताल भेज दिया है।

इसलिए किए दोहरे हत्याकांड

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रणजीत मारण का कंकाल जो साड़ी में लिपटा हुआ है

उर्मिला मारण ने पूछताछ में बताया कि उसके देवर मोहन मारण (Mohan Maran) के साथ काफी नजदीकी संबंध थे। इसका खुलासा पति रणजीत मारण को हो गया था। इसलिए दोनों ने मिलकर रणजीत मारण की हत्या कर दी थी। दोनों के संबंध मधुर चल रहे थे। लेकिन, उर्मिला मारण की जवान हो रही बेटी पर देवर मोहन मारण की बुरी नजर थी। यह पता चलने पर वह काफी नाराज हो गई थी। कई बार उसने बुरा काम करने का प्रयास भी किया था। इन्हीं बातों से तंग आकर उसको मारने की योजना आरोपी उर्मिला मारन ने बनाई थी।

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इस सायको किलर की याद दिला दी

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प्रेमिका और माता—पिता की हत्या करके दफनाने वाला दोषी नीली शर्ट में उदयन दास— फाइल फोटो साभार

कोलार में दफन शव निकालने के मामले ने एक बार फिर सनकी सायको किलर उदयन दास (Psycho Killer Udayan Das) की याद ताजा कर दी। उसने जुलाई, 2016 में कोलकाता निवासी प्रेमिका आकांक्षा शर्मा की हत्या कर दी थी। उसकी गुमशुदगी के मामले में तलाश करते हुए उदयन दास से पूछताछ की गई थी। यह पूछताछ कोलकाता पुलिस ने गोविंदपुरा थाने में की थी। इसी पूछताछ में उसने बताया था कि उसकी हत्या कर दी हैं। शव उसने घर में ही दफना दिया है। पुलिस ने साकेत नगर स्थित इंद्राणी निवास से चबूतरा तोड़कर लाश को निकाला था। परिजनों का पता लगाया गया तो उसने उनकी भी हत्या करना कबूला। मां इंद्राणी मुखर्जी और पिता की भी निर्मम हत्या कर चुका था।

रायपुर में भी दर्ज हुआ था केस

उदयन दस को बंगाल के बांकुडा जेल मे रखा गया है। उसको आकांक्षा शर्मा हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजां अगस्त, 2020 में सुनाई गई है। उदयन दास के खिलाफ छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के डीडी नगर थाने में माता—पिता के दोहरे हत्याकांड का मामला दर्ज है। यहां दोनों की हत्या करके उसने मकान के ही गार्डन में दफना दिया था। जबकि भोपाल के साकेत नगर में स्थित मकान में प्रेमिका का चबूतरे के अंदर लाश दफना दी थी। उस वक्त गोविंदपुरा संभाग के सीएसपी वीरेंद्र मिश्रा (CSP Virendra Mishra) थे। अब वे हबीबगंज संभाग के सीएसपी हैं। जिसमें कोलार थाना भी आता है।

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