जमीन खाली करवाना पुलिस को पड़ा महंगा

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12 पुलिसकर्मी घायल, उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती

पटना। वैसे तो लड़ाई-झगड़ा आम बात होती है, लेकिन खास तब हो जाता है। जब दो गुटों में एक गुट पुलिस हो और दूसरी भीड़ हो। कुछ ऐसा ही मामला बिहार की राजधानी पटना में देखने का मिला। जब पुलिस एक जमीन को खाली करवाने पहुंची। यहां पुलिस और जनता के बीच टकराव के बाद जमकर पथराव हुआ। जिसमें 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
जानकारी के मुताबिक पटना के दीघा रोड स्थित राज्य आवास बोर्ड की आवंटित जमीन पर अतिक्रमणकारियों ने कब्जा कर रखा था। जिसे शनिवार को खाली करवाने पुलिस पहुंची। पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच जमकर पथराव हुआ। जिसमें 12 पुलिस कर्मी घायल हुए। जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इस पूरे क्रम में लाखों रुपए की सपंत्ति का नुकसान हुआ। आक्रोशित लोगों  ने एक बाइक में आग लगाई और कई वाहनों के कांच तोड़ दिए। लोगों का कहना है कि अगर आवास बोर्ड जमीन अधिग्रहण करना चाहता है तो नए सिरे से अधिग्रहण करें और नए मूल्य से मुआवजा दे।
उपद्रवियों को हटाने पुलिस ने की लाठीचार्ज
बताया जा रहा है कि उपद्रवियो को हटाने के लिए पुलिस की ओर से लाठीचार्ज की गई। तब जाकर लोग शांत हुए। पटना सदर के अनुमंडल पदाधिकारी सुहर्ष भगत का कहना है कि छह एकड़ जमीन आवास बार्ड द्वारा अधिग्रहित की गई है। बाकि किसी जमीन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। फिलहाल हालात काबू में हैं।
यह है मामला
आवास बोर्ड ने छह एकड़ जमीन अधिग्रहित की है। जिस पर वर्तमान में अतिक्रमण है। इसी जमीन को खाली करवाने के लिए पुलिस पहुंची थी। कार्रवाई के दौरान लोग इतने आक्रोशित हो गए कि पुलिस बल पर पथराव शुरु कर दिया। पुलिस की ओर से भी लोगों पर पथराव किया गया।  बता दें कि आवास बोर्ड ने उस छह एकड़ जमीन में ढ़ाई एकड़ सीमा सशस्त्र बल, ढ़ाई एकड़ सीबीएसई और भवन निर्माण के लिए राजीव नगर थाना को एक एकड़ जमीन आवंटित की है।
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