क्या जांच एजेंसियां लेंगी योगगुरु बाबा रामदेव के बयान पर संज्ञान
रामदेव बोले- मोदी को हराने के लिए ईसाई और मुस्लिम राष्ट्र से आए हजारों करोड़ रुपए
जोधपुर। देश की आंतरिक सुरक्षा पर सवाल खड़े करते हुए और देश की जांच एजेंसियों की काबिलियत को चुनौती देते हुए योगगुरु बाबा रामदेव ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि- ‘देश के बाहर और भीतर राष्ट्रविरोधी ताकतें और कई ईसाई और मुस्लिम राष्ट्र मोदी को सत्ता में वापस न आने देने के लिए हजारों करोड़ रुपए की फंडिंग कर रहे हैं’। बाबा रामदेव का ये बयान देश की सुरक्षा और जांच एजेंसियों रॉ और सीबीआई जैसी संस्थाओं की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा करता है। रामदेव के पास अगर देश की आतंरिक सुरक्षा पर खड़े हुए खतरे को लेकर पुख्ता सबूत है तो वे इन्हें संभवतः जल्द ही एजेंसियों के साथ साझा करेंगे। सवाल ये भी है कि जांच एजेंसियां क्या इस बयान पर स्वतः संज्ञान लेंगी।
बाबा रामदेव ने साफ लफ्जों में देश के भीतर पनप रहीं देशविरोधी ताकतों का जिक्र भी किया है। रामदेव के मुताबिक इन ताकतों के पास अब भी फॉरेन फंडिंग पहुंच रहीं है। ऐसे में सवाल खड़े होते है कि नोटबंदी जैसे कदम उठाने के बाद भी क्या देश में विदेशी धन इतनी आसानी से पहुंच सकता है।
Yog-Guru Ramdev in Jodhpur, Rajasthan: Anti-national powers within and outside the country and many Christian & Islamic countries are funding thousands of crores of rupees to prevent Modi from coming to power. pic.twitter.com/Fo0BYm4gTN
— ANI (@ANI) April 17, 2019
स्विस बैंक की सूची भी लाए थे रामदेव
गौरतलब है कि 2011 में योगगुरु बाबा रामदेव ने दावा किया था कि उनके पास स्विस बैंक में कालाधन रखने वालों की सूची है। उन्होंने बताया था कि भारत स्वाभिमान न्यास से जुड़े देश के कुछ ईमानदार लोगों ने उन्हें वो सूची दी है। जिसमें भारत के कई राजनेताओं और उद्योगपतियों के नाम है, जिन लोगों ने अपना कालाधन विदेशी बैंकों में छिपा रखा है। रामदेव ने यूपीए सरकार को कालेधन के मामले में कटघरे में रखा था। लेकिन एनडीए की सरकार आने और नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के पांच साल बाद भी रामदेव कोई सूची पेश नहीं कर पाए है। अब वे चुनाव में फॉरेन फंडिंग की बात कर रहे है। ऐसे में उनकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़े होना लाजमी है।
अचानक प्रकट हुए रामदेव
2019 लोकसभा चुनाव में बाबा रामदेव की एंट्री हो गई है। योगगुरु ने मोदी समर्थन में एक बार फिर धमाकेदार वापसी की कोशिश की है। जोधपुर में मीडिया को दिए गए बयान से बाबा ने साफ कर दिया है कि वो अब भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में है। दरअसल 2014 से पहले पीएम मोदी के लिए देश में माहौल बनाने में बाबा का बड़ा योगदान था। योगगुरु रामदेव ने देशभर में घूम-घूमकर भाजपा को चुनाव जिताने और नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने की अपील की थी। एक न्यूज चैनल के इंटरव्यू में तो बाबा रामदेव ने ये भी कह दिया था कि नरेंद्र मोदी पीएम बने तो टैक्स नहीं लगेगा, विदेशों से कालाधन वापस आ जाएगा। लेकिन बीते पांच साल में लोगों को बाबा ने जो सपने दिखाए थे, वो पूरे नहीं हो सके। लिहाजा बाबा रामदेव राजनीतिक बयान देने से बचते दिखाई दे रहे थे। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर उन्होंने वापसी की है।