ISI Honey Trape : सेना की खुफिया जानकारी दुश्मन देश तक पहुंचाती थी क्लर्क की महिला मित्र

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ISI Honey Trapeआईबी की सूचना पर आर्मी इंटेलीजेंस ने एमपी एटीएस की मदद से की कार्रवाई, जिला पुलिस घटना से बेखबर

इंदौर। देश के सेना की खुफिया एजेंसी को लेने लड़की (ISI Honey Trape) का इस्तेमाल करने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह मामला इंदौर के महू (महू क्राइम) इलाके का है। यह वह इलाका है जहां सैन्य गतिविधियां ज्यादा होती है। हिरासत में लिया गया व्यक्ति सेना में क्लर्क था। उसकी सूचना केन्द्रीय खुफिया एजेंसी की मदद से मिली थी।

जानकारी दिल्ली से पुख्ता होकर सामने आई है। हिरासत में लिए गए व्यक्ति से पूछताछ सेना के खुफिया विभाग और आईबी के अफसर संयुक्त रूप से कर रहे हैं। हिरासत में लिया गया व्यक्ति मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के महू के नजदीक केंट इलाके में इंफेट्री बटालियन में क्लर्क हैं। उसकी पहचान और नाम को गुप्त रखा गया है। धरपकड़ में मध्यप्रदेश एटीएस की भी मदद ली गई थी। क्लर्क को लेकर सैन्य एजेंसी को सूचना मिल गई थी। जिसके बाद उसकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही थी। क्लर्क हनी ट्रैप (ISI Honey Trape) में फंस गया है उसे मालूम नहीं हुआ था। जब पता चला तो तब तक देर हो चुकी थी। एजेंसियों को सूचनाओं के अलावा कुछ चैटिंग भी हासिल हुई है। जिसको लेकर क्लर्क से पूछताछ की जा रही है।

दूसरे मुल्क की बताकर हुई दोस्ती
पड़ताल के लिए सेना के अधिकारी हिरासत में लिए गए क्लर्क के मोबाइल कॉल डिटेल को खंगाल रहे हैं। वहीं वह सोशल आईडी जिसकी मदद से वह हनी ट्रैप के जाल में फंसा उसकी पड़ताल की जा रही है। सेना के अधिकारी यह पता लगा रहे हैं कि उसने किस तरह की कितनी सूचनाएं उस महिला (ISI Honey Trape) को दी है जो पाकिस्तान से उसे फंसा रहीं थी। क्लर्क को उसके पाकिस्तानी होने की जानकारी भी नहीं थी। उसे दूसरे देश की महिला बताकर पहले दोस्ती की गई थी।

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आईएसआई का भारी बजट
दुनिया भर में हनी ट्रैप (ISI Honey Trape) के सहारे सैन्य सूचनाएं हासिल करने का यह मामला पहला नहीं हैं। इस तकनीक पर चीन और पाकिस्तान ज्यादा काम करता है। इसके लिए बकायदा ट्रेंड की गई महिलाओं का इस्तेमाल होता है। इस काम के लिए पाकिस्तान की आईएसआई भारी बजट अलॉट करती है।

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