मध्यप्रदेश : ‘थाने में 5 पुलिस वालों ने 11 दिन तक किया आरोपी से गैंगरेप, पहरा देती थी एसआई’

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पुलिस पर सनसनीखेज आरोप, पढ़िए एसपी ने क्या कहा

Rewa Gang Rape
मनगवां थाने का फाइल फोटो, आरोप लगाते राजेंद्र पांडे

रीवा। मध्यप्रदेश के रीवा (Rewa) जिले में एक युवती के साथ लॉकअप में गैंगरेप (Gang Rape) किया गया। हत्या के मामले में आरोपी युवती को 11 दिन तक थाने में रखा गया। मनगवा थाने (Mangawa Thana) के लॉकअप में 5 पुलिस वालों ने बारी-बारी से उसे हवस का शिकार बनाया। इस दौरान एक महिला एसआई भी थाने में मौजूद रहती थी। ये सनसनीखेज आरोप रीवा अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राजेंद्र पांडे (Rajendra Pande) ने प्रेस वार्ता करते हुए लगाए है। उनका आरोप है कि मनगवां थाने में इस दरिंदगी को अंजाम दिया था।

राजेंद्र पांडे ने कहा-

अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राजेंद्र पांडे (Rajendra Pande) के मुताबिक मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब रूटीन जांच के लिए ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट जेल पहुंचे थे। ‘मजिस्ट्रेट को देखकर पीड़िता फफक-फफक कर रोने लगी। उसने चीख-चीखकर बताया कि थाने में उसके साथ गैंगरेप किया गया था। मनगवां थाने के तत्कालीन टीआई, एसडीओपी और तीन पुलिसकर्मियों ने कई दिनों तक उसे हवस का शिकार बनाया। जब उसके साथ दरिंदगी की जाती थी, उस वक्त थाने में महिला एसआई भी मौजूद रहती थी।’

वार्डन को दी थी जानकारी

राजेंद्र पांडे के मुताबिक पीड़िता को जब जेल दाखिल कराया गया तो उसने वार्डन को आपबीती सुनाई थी। मजिस्ट्रेट के सामने वार्डन ने भी तस्दीक किया कि पीड़िता ने शिकायत की थी। जिसके बाद ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट  लवानिया ने अपनी रिपोर्ट चीफ ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट को दी। सीजेएम ने रिपोर्ट को डिस्ट्रिक जज को भेजी। जिसके बाद जिला जज ने 14 अक्टूबर को पीड़िता के बयान के साथ एसपी रीवा को पत्र भेजा है। जिसमें कहा गया कि कि मामले में अपराध कायम कर कार्रवाई की जाए। मामले की ज्यूडीशियल जांच के लिए श्रीमति कंचन चौकसे को आदेश दिए गए थे।

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वो 11 दिन

अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष के मुताबिक हत्या के आरोप में महिला को 9 मई को गिरफ्तार किया गया था। 20 मई तक लॉकअप में रखा गया। कानून के मुताबिक 24 घंटे तक बंदी को नहीं रखा जा सकता। मनगवां थाने में पदस्थ 5 लोगों ने उसके साथ बलात्कार किया। सब इंस्पेक्टर गेट पर खड़ी रहती थी। उस समय लॉकडाउन था इसलिए जेल की रूटिन निरीक्षण नहीं हुआ था। लेकिन अब जब गए तो मामला सामने आया। पांडे ने कहा कि इतने गंभीर अपराध में पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही।  बलात्कार करने वाले को थाने का प्रभार दे रखा है,  एसडीओपी के पास 5 थानों का जिम्मा है।

पांडे ने की एफआईआर की मांग

आरोप लगाते हुए पांडे ने कहा कि मजिस्ट्रेट के सामने बयान हो चुके है। कोई इंक्वाइरी नहीं बची है। सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट है कि सामान्य बयान में भी रेप केस दर्ज होना चाहिए। लेकिन इतने संगीन आरोपों में पुलिस ने चुप्पी साध रखी है। एफआईआर करके जांच होनी चाहिए। टीआई, एसडीओपी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

सुनिए क्या कहा राजेंद्र पांडे ने, देखें वीडियो

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एसपी राकेश सिंह का बयान

‘महिला ने जो आरोप लगाए है वो न्यायाधीश महोदय के समक्ष लगाए है। न्यायालय एक गरिमापूर्ण संस्थान है। मुझे अभी तक वहां से कोई पत्र नहीं मिला है। जिस हत्या के विषय में मुख्य आरोपी गिरफ्तार हुई है। वो मेरे जिले में आने के पूर्व की घटना है। महिला ने चाकू से 22 वार करके युवक की हत्या की थी। महिला की जमानत खारिज हो चुकी है। मेरे संज्ञान मेरे संज्ञान में ये भी आया है कि इस दौरान महिला कई बार न्यायालय में उपस्थित हो चुकी है। मामला न्यायालय के अधीन जांच में है। इसलिए इस विषय पर मेरी तरफ से अधिकारिक टिप्पणी नहीं दे सकता हूं। अधिवक्ता की तरफ से पत्र प्रेषित होने के आरोप लगाए है। वो पत्र मुझे आज दिनांक तक प्राप्त नहीं हुआ है।’

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राकेश सिंह, एसपी, रीवा

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