पुलिस ने 17 महिलाओं को हिरासत में लिया और छोड़ भी दिया
नई दिल्ली। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) रंजन गोगोई के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच में अपनाई गई प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे है। प्रक्रिया के खिलाफ बुधवार को एक बार फिर कनॉट प्लेस पर महिलाओं ने प्रदर्शन किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारी 17 महिलाओं को हिरासत में ले लिया। बता दें कि सीजेआई (CJI) रंजन गोगोई को सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय की इन-हाउस इंक्वायरी कमेटी से क्लीन चिट (Clean Chit) मिल गई हैं। जिसमें सुप्रीम कोर्ट की पूर्व महिला कर्मचारी द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों में कोई आधार नहीं मिला है। कमेटी ने महिला द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है।
सीजेआई रंजन गोगोई को दी गई क्लीन चिट (Clean chit) पर आपत्ति जताते हुए, कई प्रदर्शनकारी, मुख्य रूप से महिलाएं, बैनर पकड़े हुए कनॉट प्लेस मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 7 पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। डिप्टी कमिश्नर मधुर वर्मा ने बताया कि ” प्रदर्शनकारियों को जंतर-मंतर पर विरोध करने के लिए कहा गया था, लेकिन वे कनॉट प्लेस पर विरोध प्रदर्शन करते रहे। 17 महिलाओं को हिरासत में लिया गया और उन्हें मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन ले जाया गया। हालांकि, बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।” मंगलवार को भी सुप्रीम कोर्ट के सामने 55 प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की थी। जिनमें ज्यादातर महिला वकील शामिल थी। उन्हें सुप्रीम कोर्ट के बाहर हिरासत में लिया गया था।
एक्टिविस्ट एनी राजा ने कहा कि कमेटी द्वारा अपनाई गई प्रक्रिया में कानूनी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। उन्होंने कहा, “यह एक ऐसी मिसाल कायम करेगा जिसका आने वाले साल में बहुत खतरनाक असर पड़ेगा।” शिकायतकर्ता ने सोमवार को कहा था कि भारत की महिला नागरिक के रूप में उसके साथ “घोर अन्याय” किया गया है और “सबसे बुरी आशंका” सच हो गई है, और देश की सर्वोच्च अदालत से न्याय और निवारण की सभी उम्मीदें बिखर गई हैं।