UP के Shamli में भजन गायक समेत पत्नी, बेटी और बेटे की हत्या, जानिए शिष्य क्यों बना दुश्मन

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घर में मिली खून से लथपथ तीन लाशें, टोल प्लाजा पर मिला बेटे का शव

बेटे भागवत के साथ भजन गायक अजय पाठक

शामली। उत्तर प्रदेश के शामली (Shamli) में 4 लोगों की बेरहमी से हत्या (Brutal Murder) की वारदात से सनसनी फैल गई। भजन गायक अजय पाठक (Bhajan Singer Ajay Pathak) की उनके परिवार समेत हत्या कर दी गई। रात 3 बजे सभी को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। साल के आखिरी दिन हुई इस दिल दहलाने वाली घटना का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। अजय पाठक की परिवार समेत हत्या उनके ही शिष्य ने की। भजन मंडली में शामिल हिमांशु सैनी (Himanshu Saini) नाम के युवक ने वारदात को अंजाम दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही हत्या में उपयोग की गई तलवार समेत तमाम सबूत भी बरामद कर लिए है।

नए साल के पहले दिन शामली में अंतरराष्ट्रीय भजन गायक अजय पाठक (International Bhajan Singer Ajay Pathak) के घर से तीन लाशें बरामद होने से सनसनी फैल गई। उनके घर की पहली मंजिल पर अजय पाठक, उनकी पत्नी स्नेहा (Sneha Pathak) और बेटी वसुंधरा (Vasundhra Pathak) की खून से सनी लाश बरामद की गई। घर से उनका बेटा भागवत (Bhagvat Pathak) लापता था, साथ ही उनकी इको स्पोर्ट कार भी गायब थी। पुलिस भागवत की तलाश कर रही थी। कुछ घंटों बाद हरियाणा के पानीपत में अजय पाठक की कार बरामद की गई। कार में ही उनके बेटे भागवत की अधजली लाश मिली है। बताया जा रहा है कि मौके से ही हिमांशु सैनी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी हिमांशु सैनी, भजन गायक अजय पाठक के साथ ही काम किया करता था। वो उनकी भजन मंडली में शामिल था। हिमांशु का अजय के घर आना-जाना था। बताया जा रहा है कि हिमांशु की माली हालत खराब थी, लिहाजा वो अक्सर अजय से पैसों की मांग करता रहता था, लेकिन अजय उसे केवल मेहनताना ही दिया करते थे। अजय उसे तनख्वाह के अलावा भी 60 हजार रुपए दे चुके थे। 31 दिसंबर की रात भी हिमांशु ने पैसों की मांग की थी, जिस पर अजय ने पुराने पैसे लौटाने की बात कही थी। अजय ने हिमांशु को डांटा भी था। जिसके बाद वो अपने कमरे में जाकर सो गए थे। हिमांशु भी उन्हीं के घर पर सो गया।

रात 3 बजे हिमांशु ने घर पर ही रखी तलवार उठाई और अजय के कमरे में दाखिल हुआ। हिमांशु ने नींद में अजय पाठक पर तलवार से कई वार किए जिससे उसकी मौत हो गई। चीख सुनकर अजय की पत्नी स्नेहा की नींद खुल गई, तो हिमांशु ने उसकी भी हत्या कर दी। जिसके बाद अजय की बेटी वसुंधरा को मौत के घाट उतार दिया। तीनों की हत्या के बाद हिमांशु ने अजय के 10 वर्षीय बेटे भागवत का गला घोंट दिया।

चारों की हत्या के बाद हिमांशु उनकी लाशों को ठिकाने लगाना चाहता था। लिहाजा उसने सभी की लाशों को कार में डालकर ले जाने की प्लानिंग की। हिमांशु ने वसुंधरा और भागवत की लाश ग्राउंड फ्लोर तक पहुंचाई। जिसके बाद कार की डिग्गी में भागवत की लाश रखी। लेकिन इतना करने के बाद हिमांशु थक गया था। लिहाजा ज्यादा वजन होने की वजह से वसुंधरा की लाश को ग्राउंड फ्लोर पर ही छोड़ दिया।

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हिमांशु ने अजय के कमरे और घर को बाहर से लॉक कर दिया। ताकि लोगों को लगे कि नए साल में अजय अपने परिवार के साथ करनाल चले गए है। वो उसकी कार से ही बेटे भागवत का शव लेकर भाग निकला। लेकिन हरियाणा के पानीपत पहुंचने तक उसे सूचना मिल गई कि पुलिस लाशें बरामद कर ली है। जिससे वो घबरा गया और पकड़े जाने के डर से उसने अजय की कार पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली। ऐसा करते वक्त लोगों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।

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