24 घंटे वातानुकुलित कमरे में रहते थे विदेशी नस्ल के कुत्तें
मुंबई। पालतू कुत्तों के प्रति प्रेम करने वाले तो आपने बहुत देखे होंगे। लेकिन इस प्यार में एक व्यापारी, चोर बन गया। कुत्तों को वातानुकुलित सुविधा (एयर कंडीशनर कंफर्ट) देने के लिए व्यापारी बिजली चोरी करने लगा। विदेशी नस्ल के कुत्तों के लिए वो 24 घंटे एयर कंडीशनर चालू रखता था। जिसके लिए उसने बिजली चोरी करना शुरु कर दी। दो साल में व्यापारी ने अपने पालतू कुत्तों के कंफर्ट पर साढ़े तीन लाख यूनिट बिजली फूंक दी। व्यापारी महाराष्ट्र के नेरुल का रहने वाला है। महाराष्ट्र इलेक्ट्रिकसिटी डिस्ट्रिव्यूशन कंपनी के अधिकारियों ने जब इस चोरी को पकड़ा और वजह तक पहुंचे तो हैरान रह गए।
बिजली कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि व्यापारी अपने परिवार और तीन पालतू कुत्तों के साथ नेरुल के सेक्टर-1 इलाके में ट्विनलेंड टॉवर के पांचवे माले पर एक 2 बीएचके फ्लैट में रहता है। वो अपने विदेशी नस्ल गोल्डन रिट्रीवर, बीगल और लेब्राडोर कुत्तों को व्यापारी एक स्पेशल कमरे में रखता है। बिजली कंपनी के एक अधिकारी को बिजली चोरी किए जाने की सूचना मिली थी। जिस पर कार्रवाई करने पहुंची टीम मामला समझकर हैरान रह गई।
तमाम अधिकारियों के नेतृत्व में बिजली कंपनी की टीम अपार्टमेंट में पहुंची। मीटर बॉक्स को चैक किया गया, लेकिन अधिकारियों को उसमें कुछ भी गड़बढ़ नहीं मिली। जिसके बाद अधिकारियों की नजर एक तार पर पड़ी जो पांचवें माले की तरफ जा रहा था। वायर सीधे उस कमरे में पहुंचता था, जहां तीनों पालतू कुत्तों को रखा जाता था। तार का पीछा करते करते अधिकारी उस कमरे तक जा पहुंचे। अधिकारियों को उस कमरे में विदेशी नस्ल के कुत्ते मिले।
अधिकारियों को देख व्यापारी चौंक गया। उसने अधिकारियों को बताया कि उसके पालतू कुत्ते विदेशी नस्ल के है, वो मुंबई का वातावरण में नहीं रह सकते। लिहाजा वो कुत्तों को वातनुकुलित कमरे में रखता है। जिसके लिए 24 घंटे एसी चालू रखा जाता है।
मामला सामने आते ही अधिकारियों ने कार्रवाई शुरु की। बिजली चोरी करने के लिए इस्तेमाल किया गया वायर और अन्य सामग्री जब्त की गई। जिसके बाद अधिकारियों ने चोरी की गई बिजली की गणना की। अधिकारियों ने बताया कि बीते दो सालों में व्यापारी ने 3 लाख 44 हजार यूनिट बिजली चुराई है। अधिकारियों ने व्यापारी पर 7 लाख 22 हजार रुपए का जुर्माना लगाया।
अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि व्यापारी तुरंत ही जुर्माना भरने को तैयार हो गया। लेकिन उसने पुलिस कंप्लेंट न करने और नाम न उजागर करने की शर्त रखी। अधिकारियों ने बताया कि व्यापारी ने पहली बार चोरी की थी, लिहाजा कंपनी ने उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई है।