आईजी रेल ने कांस्टेबल को किया सस्पेंड, एसआरपी को जांच सौंपी, जहरखुरानी के बदमाश के परिवार से रिश्वत ले रहा कांस्टेबल कैमरे में हुआ कैद, सोशल मीडिया में हुआ वायरल
भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें दिखाई दे रहा एक आरक्षक है जो भोपाल जीआरपी (GRP) में तैनात हैं। वह एक जहरखुरानी के गिरफ्तार बदमाश की पत्नी से पैसे लेते हुए (Bribe) कैमरे में कैद हुआ है। वह वीडियो में साफ—साफ कह रहा है कि टीआई साहब के बिना कोई भी वसूली नहीं कर सकता। पैसा नहीं देने पर ब्याज पर रकम लेकर रिश्वत देने की भी वह पेशकश कर रहा है।
यह वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल हुआ। जिसके बाद मामला पुलिस मुख्यालय (MP Police Head Quarter) भी पहुंच गया। आईजी रेल जयदीप प्रसाद (Jaideep Prasad) ने www.thecrimeinfo.com से बातचीत करते हुए कहा कि आरक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जांच एसआरपी भोपाल मनीष अग्रवाल (IPS Manish Agrawal) को सौंपी गई है। वीडियो में दिखाई दे रहा आरक्षक विक्रम सिंह (Constable Vikram Singh) हैं। वह पूर्व में गिरफ्तार बदमाश रघुराज की पत्नी से 9 हजार रुपए लेते हुए कैमरे में दिखाई दे रहा है। इस दौरान वह महिला से कह रहा है कि बिना टीआई वह वसूली नहीं कर रहा है। पैसा कम टीआई साहब नहीं लेंगे। वह चाहे तो ब्याज में उससे पैसा ले ले लेकिन, टीआई को पूरी रकम चुका दे। वीडियो लगभग 6 मिनट का है। रिश्वत लेने की रिकॉर्डिंग रघुराज की पत्नी ने की है। उसके साथ एक अन्य व्यक्ति भी बच्चे के साथ दिखाई दे रहा है। बातचीत के दौरान बाइक छोड़ने को लेकर भी बातचीत हैं। जिस वक्त आरक्षक रिश्वत ले रहा था उसके पास वायरलैस सेट भी था। वह सादी वर्दी में रिश्वत लेने भोपाल स्टेशन के नजदीक आया था।
वीडियो में देखिए..ऐसे ली जाती है रिश्वत
आरक्षक ने जिन टीआई का नाम लिया है वह भोपाल जीआरपी थाने में पदस्थ है। टीआई दुष्यंत जोशी (TI Dushyant Joshi) है जो जांच के दायरे में हैं। आरोपी रघुराज से धारा कम करने के लिए और अदालत से बचाने में सहयोग करने के लिए रकम ली जा रही है। आईजी ने बताया कि दुष्यंत जोशी जांच के दायरे से बाहर नहीं हैं। इस मामले में आरोपी रघुराज की पत्नी के बयान भी दर्ज किए जाएंगे। इसके अलावा पूरी कार्रवाई की फिर से समीक्षा की जाएगी।
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