क्या हमलावरों से मिला हुआ है टीआईटी प्रबंधन?

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  • आरोपी का अब तक नहीं लगा सुराग

  • छात्र को चाकू मारने के बाद उजागर हुई कई खामियां

  • कॉलेज के बच्चों को कैरियर बिगाडऩे की धमकी देकर चुप कराया जा रहा

भोपाल। यह सवाल खड़ा होता है पिपलानी थाना क्षेत्र के आनंद नगर स्थित टेक्रोक्रेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्रोलॉजी (टीआईटी) में हुई घटना को लेकर। परिस्थितियां और कई ऐसे बिन्दु है जिसमें प्रबंधन चारों तरफ से घिरता नजर आ रहा हैं। हमने सभी पहलूओं पर बातचीत की। इसमें पीडि़त परिवार, पुलिस, कॉलेज के छात्र सभी सामने आए। बस सामने नहीं आया तो टीआईटी प्रबंधन। डायरेक्टर और पीआरओ से प्रतिक्रिया चाही गई कोई जवाब नहीं मिला।

ऐसे शुरू होते है सवालों के सिलसिले
घटना के बाद प्रबंधन ने पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी। पुलिस की एफआईआर में साफ-साफ लिखा है कि उसे जमना अस्पताल से पीएमएलसी दर्ज कराई गई। यह सवाल अदालत के कठघरे में जब ठीक होने के बाद पुलिस से पूछे जाएंगे तो पुलिस क्या उत्तर देगी। आरोपी को शंका का लाभ मिलेगा और जैसा कि आप जानते हैं फैसला क्या होगा?।

उसी जगह का सीसीटीवी खराब क्यों

घटना की भयावहता को बयां करता यह नजारा

मामले को लेकर पुलिस ने कॉलेज प्रबंधन को नोटिस थमाया। पुलिस ने घटनास्थल भीतर का होने के चलते फुटेज मांगे। मंगलवार को दिनभर पुलिस को टालते रहे। इसलिए पुलिस ने लिखित में कॉलेज से जवाब मांग लिया। अब कॉलेज ने लिखकर दिया है कि सीसीटीवी चालू हैं लेकिन डाटा स्टोर करने वाला सिस्टम खराब होने के चलते घटना रिकॉर्ड नहीं हो पाई। आखिर ऐसा अचानक हुआ है या फिर साजिशन किया गया है यह सवाल प्रबंधन से बेशक बनता है। लेकिन, पूछे कौन, थाना पुलिस पत्र लेकर चुप हो गई कॉलेज प्रबंधन मीडिया से बचते नजर आ रहे हैं।

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क्या कर रहे थे गार्ड
जख्मी मृत्युंजय राय आनंद नगर स्थित जमना अस्पताल में भर्ती हैं। उसके पेट और पीठ पर चाकू का गंभीर वार लगा है। इस मामले के आरोपी अंशुमान त्रिपाठी, आशुतोष पांडे और दो अन्य साथी हैं। यह सभी चाकू-डंडे लेकर भीतर घुसे और किसी भी गार्ड ने उन्हें नहीं रोका। मतलब साफ है कि इन्हें प्रबंधन की तरफ से संरक्षण मिला हुआ था। हमले के पहले और हमले के बाद किसी भी गार्ड ने इन सभी हमलावरों को नहीं पकड़ा। जबकि चाकू मारने के बाद वहां चीख-पुकार मच गई थी।

माता-पिता को खरीदने की कोशिश
मृत्युंजय टीआईटी कॉलेज में मैकेनिकल ब्रांच का तृतीय वर्ष का छात्र हैं। उसके पिता अनुकुल चंद्र राय इटारसी से भोपाल पहुंचे। उनके साथ पत्नी ज्योति राय भी साथ आई। पति-पत्नी मंगलवार से काफी परेशान हैं। दंपत्ति ने द क्राइम इन्फो से बातचीत करते हुए बताया कि कॉलेज प्रबंधन ने उनके सामने लालच दिया है। प्रबंधन ने कहा है कि यदि वह मीडिया से घटना के बारे में चर्चा करेंगे तो बेटे के इलाज में मदद नहीं की जाएगी। हमारे पास माता-पिता से बातचीत की रिकॉर्डिं मौजूद हैं। मां ज्योति ने बताया इसके बावजूद हम बुधवार को दिनभर परेशान होते रहे। कभी चौबे तो कभी खान के पास इधर-उधर भटकाते रहे। जब हमने मीडिया बुलाने का प्रयास किया तो हमसे आवेदन ले लिया गया।

यह है दो आरोपी जिनकी पुलिस को है तलाश

 

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सामने नहीं आया प्रबंधन
इस मामले में एसआई नागेन्द्र शुक्ला से चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि आरोपी अंशुमान त्रिपाठी और आशुतोष पांडे फरार हो चुके हैं। अंशुमान मूलत: सतना का रहने वाला है और उसकी कुंडली निकाली जा रही है। जल्द इस मामले में गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तरफ से दबाव बनाया जा रहा है। एसआई शुक्ला ने बताया कि प्रबंधन से सीसीटीवी को लेकर जवाब तलब किया गया है। वहीं टीआईटी कॉलेज प्रबंधन के जनसंपर्क अधिकारी विजय आनंद से प्रतिक्रिया के लिए संपर्क किया गया। वे न फोन पर उपलब्ध हुए और न ही उन्होंने एसएमएस का जवाब दिया। इसी तरह डायरेक्टर केके द्विवेदी ने भी कोई जवाब नहीं दिया।

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फिल्मी हस्तियों को दिखाकर झांसा

यह है वह टीआईटी कैम्पस जहां कई फिल्मों की शूटिंग हुई पर वहां सुरक्षा के नाम पर लगे कैमरे खराब पड़े हैं

टीआईटी कॉलेज में कई फिल्मी हस्तियां पहुंच चुकी हैं। यहां अमिताभ बच्चन, अजय देवंगन से लेकर कई अन्य हस्तियां शूटिंग कर चुकी हैं। इस बात का प्रमोशन करके कॉलेज मोटी फीस गरीब अभिभावकों से वसूलता है। जबकि उसे जो सुरक्षा और साधन मुहैया कराने हैं उसे छुपा ले जाता है। कैमरा बंद होना या फिर चाकू-तलवार चलना यह हाल केवल टीआईटी कॉलेज का ही नहीं हैं बल्कि राजधानी के कई निजी कॉलेजों में यह धड़ल्ले से चल रहा है। कोई निगरानी करने वाली बॉडी नहीं हैं। मंगलवार को जो घटना हुई उसमें कॉलेज के भी छात्र है उन्हें निलंबन करने अथवा जांच करने के लिए कमेटी बनाना तो दूर इस मामले में सवाल पूछने वाले भी खामोश हैं।

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क्या है मामला
आनंद नगर स्थित टीआईटी कॉलेज के भीतर घुसकर अंशुमान, आशुतोष और उसके दो साथियों ने हमला किया था। आरोपी चाकू, डंडे और तलवार लेकर कैम्पस में घुसे थे। आरोपियों ने वायवा देने के लिए लाइन में लगे मृत्युंजय को निकालकर बुरी तरह से पीटा और उसे चाकू के दो गंभीर वार पीठ और पेट पर कर दिए। उसके लहुलूहान हालत की तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल होने लगी। जिसके बाद पिपलानी थाना पुलिस सक्रिय हुई और उसने आनन-फानन में मुकदमा दर्ज कर लिया।

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