सड़क से थाने तक पुलिस की गुंडागर्दी का ताजा सबूत हैं ये दो वीडियो

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पति-पत्नी को प्रेमी युगल समझकर की अभद्रता, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
लापरवाही की खुली पोल तो परिवार पर दबाव बनाकर समझौता करने का दबाव

भोपाल। यदि आप भोपाल में हैं और पत्नी के साथ शहर में घूम रहे हैं तो यह खबर आपसे जुड़ी है। यह पुलिस की गुंडागर्दी का वीडियो सबूत भी है।  शहर में ऐसे ही एक दंपत्ति के साथ जो हुआ वह किसी अन्य को न दिखाए। शहर की पिपलानी थाना पुलिस ने एक दंपत्ति से बीच सडक़ पर बदसलूकी की। मारा-पीटा गया और मामले ने तूल पकड़ा तो पति और उसके पिता हवालात में डालकर समझाते रहे। जनता की सेवा के लिए बनी भोपाल पुलिस की इस समझाईश का यह असर हुआ कि परिवार ने समझौता कर लिया।

कैसे शुरू हुआ मामला
अवधपुरी निवासी अविनाश नेगी नेट लिंक में साफ्टवेयर इंजीनियर हैं। अविनाश की नवम्बर, २०१८ में सीमा से शादी हुई थी। दोनों रविवार रात को थ्रिफ्ट सोसायटी के पास बैठे हुए थे। दोनों को एटीएम में पैसा निकालना था। इसी बीच एक बाइक पर दो पुलिसकर्मी उनके सामने से गुजरे। फिर वापस पलटकर आए। दोनों ने पहले वहां बैठने का कारण पूछा। उन्होंने अपना परिचय देते हुए अपने दस्तावेज भी दिखाए। इसके बाद पुलिसकर्मी कहने लगे कि अवधपुरी में रहते हो तो जम्बूरी मैदान पर बैठो। इस पर अविनाश ने पुलिसकर्मी की सलाह का विरोध किया तो वे उसे जबरिया उठाकर ले जाने लगे। वे उसकी पत्नी को छोडक़र उसे ले जा रहे थे। इसमें उसके कपड़े भी फट गए। पत्नी बीच-बचाव करने आई तो उसके साथ भी धक्का-मुक्की की गई।

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फिर पिता को धमकाया
अविनाश के पिता जयपाल भेल से रिटायर है। वे घर पर बैठकर ड्रिंक कर रहे थे। जब उन्हें बेटे ने बताया कि उनकी बहू और उसके साथ क्या हुआ है तो वह सीधे पिपलानी थाने पहुंच गए। वे तब तक शराब का सेवन कर चुके थे। यहां से पुलिस को परिवार को ब्लैकमेल करने का आधार मिल गया। पुलिस ने चुनाव कार्य के दौरान बाधा पहुंचाने और ड्रिंक करके हंगामा करने के झूठे केस में फंसाने की धमकी देने लगे। पुलिस ने पिता-पुत्र का मेडीकल भी कराया।

जांच के नाम पर चुप्पी साधी
इस पूरे मामले की जानकारी पहले अफसरों को लग गई थी। लेकिन, कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई। पर जैसे ही पीडि़त का बनाया हुआ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो अफसर सक्रिय हो गए। इस मामले में सीएसपी गोविंदपुरा संभाग अमित कुमार से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि हमें पीडि़त पक्ष ने कोई आवेदन नहीं दिया। फिर भी हमारी तरफ से मामले में संज्ञान लिया गया है। अमित कुमार ने कर्मचारियों के फीडबैक को आधार बनाकर दावा किया कि पिता-पुत्र ड्रिंक किए हुए थे। इसलिए वे शिकायत करने से बचते नजर आ रहे हैं।

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