Bhopal Police, कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल, पल्सर सवार बदमाशों ने छीना पर्स
भोपाल। शहर में दो बदमाशों ने असुरक्षित भोपाल (Bhopal Crime) क्यों है यह साबित कर दिया। इनकी निगरानी करने वाली एजेंसी ने भी पीडि़त परिवार से धोखा दिया। मामला भोपाल के पिपलानी इलाके में हुई लूट से जुड़ा है। जिसमें पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार घटना लोक सभा चुनाव के लिए मतदान होने से पूर्व रात को अंजाम दी गई। पीडि़त परिवार लुटेरों से घबरा गया था जिस वजह से वह अगले दिन थाने पहुंचा। पिपलानी पुलिस ने बताया कि शिकायत आरती प्रसाद शाक्या पिता विवेक शाक्या उम्र 29 साल ने की है। आरती अयोध्या बायपास के पास आर्चेड ग्रीन कॉलोनी में रहती है। वह रायसेन के सेंट्रल बैंक में असिस्टेंट मैनेजर है। दंपत्ति 11 मई की रात करीब साढ़े दस बजे मायके साकेत नगर जा रहे थे। इससे पहले दोनों पुराने भोपाल में खरीददारी करने गए थे।
यहां हुई वारदात
विवेक ने बताया कि वारदात भेल गेट नं पांच के नजदीक हुई। उनके पास एक्टिवा थी और लुटेरे पल्सर बाइक पर सवार थे। पत्नी पीछे बच्चे को लेकर बैठी हुई थी। उसके हाथ में पर्स था जिसमें बच्चे का दूध, मोबाइल, 10 हजार रुपए, वोटर कार्ड, पैन कार्ड, मोबाइल समेत अन्य सामान रखा था। वारदात से पहले लुटेरों को देखकर परिवार को शक हुआ था। इसलिए मोपेड धीमी कर दी थी। तभी लुटेरों ने भी बाइक धीमी की और पर्स को लुटेरों ने छीन लिया और भाग गए।
परिवार दहशत में आया
शहर में पेट्रोलिंग से लेकर निगरानी के दावे भोपाल पुलिस कर रही थी। दूसरी तरफ लूट की वारदात हो रही थी। इन सबके बावजूद पुलिस ने लूट की बजाय चोरी का मामला दर्ज करके अपनी कमजोरी को छुपाने की कोशिश की। विवेक ने बताया कि घटना के बाद वे बच्चे का दूध लेने मेडिकल चले गए थे। वहां से देर रात हो गई तो परिवार को मायके छोडऩे चले गए। अगले दिन थाने पहुंचे तो पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज किया। विवेक को भी पुलिस की लिखी एफआईआर में लूट का मामला दर्ज न होने की जानकारी नहीं थी।