Bhopal Cheating Case: दिलीप बिल्डकॉन चेक क्लोन का मामला एसटीएफ को सौंपा

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जालसाज को मणिपुर से लाकर पांच दिन पुलिस ने की पूछताछ, चैन्नई में रहने वाले एक व्यक्ति की तलाश

Bhopal Fraud Case
सांकेतिक चित्र

भोपाल। (Bhopal Crime News In Hindi) मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh Crime News) की बड़ी कंपनी दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड इंफ्रास्ट्रक्चर (Dilip Buildcon Limited Infrastructure) के चेक क्लोन (Bhopal Check Clone) का मामला अब स्पेशल टास्क फोर्स (MP Special Task Force) देखेगी। यह आदेश डीआईजी सिटी इरशाद वली (DIG City Irshad Wali) ने जारी कर दिए हैं। इससे पहले मामला भोपाल (Bhopal Crime News) के चूना भट्टी थाना पुलिस के पास था। इस मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को इंफाल (Imphal) से पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया था। आरोपी ने कंपनी के एक पूर्व में भुगतान हो चुके चेक को क्लोन करके उससे 12 करोड़ रुपए निकालने की कोशिश की थी।

क्या है मामला
मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh Crime) की दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड इंफ्रास्ट्रक्चर (Dilip Buildcon Limited Infrastructure) कंपनी से धोखा (Bhopal Fraud Case) देने की कोशिश के मामले की एफआईआर 27 जनवरी, 2020 को दर्ज की गर्ठ थी। कंपनी के पंजाब नेशनल बैंक खाते का एक चैक (Bhopal Check Clone Case) क्लोन किया गया था। इसमें कंपनी ने किराया का भुगतान किया था। जिसका भुगतान हो भी गया था। लेकिन, उसी चैक को दूसरी बैंक में क्लियरेंस के लिए भेजा गया तो इस फर्जीवाड़े (Bhopal Cheating Case) का पता चला। दिलीप बिल्डकॉन जो इस वक्त राजधानी में मेट्रो प्रोजेक्ट (Bhopal Metro) समेत कई अन्य बड़े प्रोजेक्टों को पूरा कर रही है। इसका कॉर्पोरेट दफ्तर भोपाल (Bhopal News) के चूना भट्टी थाना क्षेत्र में हैं। शिकायत कंपनी के अध्यक्ष 60 वर्षीय भरत सिंह (Dilip Buildcon President Bharat Singh) ने पुलिस से की थी।
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ऐसे चला था पता
भरत सिंह ने बताया कि उनका एक खाता पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) में हैं। बैंक से फोन आया था, जिसके बाद फर्जीवाड़े का पता चला। भरत ने बताया कि कंपनी की तरफ से दिसंबर, 2019 को किराया भुगतान के लिए 3000 रुपए का चैक जारी किया गया था। यह चैक राधिका डहरवाल (Radhika Dehrwal) को जारी हुआ था। जिसका भुगतान 17 दिसंबर को हो गया था। लेकिन, इसी चैक में 12 करोड़ की राशि भरकर बैंक में क्लियरेंस के लिए जमा किया गया। यह चैक मणिपुर हिल्स एंड बैकवर्ड डेव्हल्पमेट को—आपरेटिव बैंक लिमिटेड (Manipur Hills and Backward Development Gate Co-Operative Bank Limited) में जमा हुआ था। इस बात की जानकारी मिलने पर भरत सिंह ने थाने में शिकायत की। शिकायत की जांच के बाद पुलिस ने जालसाजी का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

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जालसाज को किया गया गिरफ्तार
मणिपुर बैंक से भोपाल के मनीषा मार्केट स्थित पंजाब नेशनल बैंक में घटना वाले दिन फोन किया गया था। मणिपुर बैंक को जब बताया गया कि यह चैक क्लोन किया गया हैं तो वहां पुलिस को बुला लिया गया था। जिसके बाद मणिपुर पुलिस ने राम चंद्र नाम के युवक को गिरफ्तार कर लिया गया था। भोपाल के चूना भट्टी थाने की पुलिस रामचंद्र को गिरफ्तार करके भोपाल लाई। उससे पांच दिन तक रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में रामचंद्र ने बताया कि उसे यह चैक चैन्नई में रहने वाले सुरेश ने दिया था। पुलिस सुरेश का पता लगाती उससे पहले केस डायरी स्पेशल टास्क फोर्स को सौंपे जाने के आदेश जारी हो गए। अब इस मुकदमे की जांच एसटीएफ भोपाल करेगी।

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