बंदियों को बाहर से भोजन सामग्री ले जाने के मुद्दे पर आरिफ मसूद ने अपनी ही सरकार के खिलाफ खोला था मोर्चा
भोपाल। भोपाल जेल (Bhopal jail) के भीतर बाहर से खाद्य सामग्री ले जाने को लेकर छिड़ी जंग में पटाक्षेप लगता नजर आ रहा है। इस मामले में राजधानी के मध्य विधानसभा से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद अपने ही दिए बयानों को लेकर बैकफुट में आ गए हैं। इससे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ समेत मंत्री के खिलाफ मीडिया में खुलकर बयान दिया था।
यह है मामला
आरिफ मसूद ने भोपाल जेल (Bhopal jail) में बाहरी खाद्य सामग्री को ले जाने के लिए अनुमति प्रदान करने की मांग रखी थी। उनका यह कहना था कि इस सख्ती के चलते जेल (Bhopal jail) के भीतर बंदियों में रोष है। इस मामले को लेकर उनके विधानसभा क्षेत्र के कई मतदाता उनसे मांग लेकर मिले थे। अपनी इस मांग को सरकार और मंत्रियों तक पहुंचाने का प्रयास किया। लेकिन, मेरी कोई सुनवाई नहीं हुई। उनका आरोप था कि जेल (Bhopal jail) में लगी बंदिशें सरकारी नहीं बल्कि विभागीय थी। इस संबंध में डीजी जेल संजय चौधरी को भी उन्होंने आड़े हाथों लिया था। यह बयान तब दिया गया था जब मुख्यमंत्री कमलनाथ लोकसभा परिणामों को लेकर आकलन कर रहे थे।
अब यह बोला
बयान को लेकर आरिफ मसूद ने काफी सुर्खियां बटोरी। जिसके बाद आरिफ मसूद बुधवार को जेल मुख्यालय में डीजी संजय चौधरी से मुलाकात करने पहुंचे। इस मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया से कहा कि अब बंदियों को बाहर से खाने (Bhopal jail) का सामान ले जाने की अनुमति मिलेगी। डीजी जेल संजय चौधरी से हुई चर्चा के बाद विभागीय प्रयास से मैं संतुष्ट हूं। उन्होंने कहा कि पार्टी से मेरी कोई नाराजगी नहीं हैं। इससे पहले विधायक ने जेल डीजी को हटाने की मांग मीडिया के सामने मंगलवार को बयान जारी करते वक्त रखी थी।
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इन कारणों से था प्रतिबंध
भोपाल जेल में अक्टूबर, 2016 में दीवार फांदकर प्रतिबंधित सिमी संगठन के आठ आरोपी फरार (Bhopal jail brake) हुए थे। जिन्हें भोपाल पुलिस ने ईटखेड़ी इलाके में हुई एक मुठभेड़ के बाद मार गिराया था। इसी घटना के बाद भोपाल जेल की सुरक्षा को लेकर मुद्दा उठा था। जिसकी समीक्षा के बाद बाहर से भोजन लाने पर जेल (Bhopal jail) डीजी संजय चौधरी ने प्रतिबंध लगा दिया था। बंदी तभी से इस मांग पर लंबे अरसे से विरोध कर रहे हैं। इसको लेकर जेल में अनशन से लेकर तमाम आंदोलन हो चुके हैं।
जेल में प्रताडि़त करने का आरोप
इधर, रायसेन जेल (Raisen jail) में बुधवार सुबह हंगामा हो गया। आरोप है कि यहां जेल में दो बंदियों के बीच हाथापाई हो गई थी। इसी मामले में एक बंदी का पक्ष लेते हुए दूसरे बंदी को पिटवाने का आरोप है। यह आरोप लगाते हुए रायसेन निवासी माजिद ने बताया कि उसका भाई साजिद पास्को एक्ट में जेल में बंद हैं। उसे पांच साल की सजा हुई है। भाई रायसेन जेल (Raisen jail) में बंद हैं। यहां पिछले दिनों रसूखदार बंदी आया। उससे साजिद का विवाद हो गया। इस विवाद के बाद जेल प्रहरियों ने मिलकर साजिद को पीटा। साजिद का पक्ष जेल में सुना ही नहीं गया। उसे लगातार प्रताडि़त किया जाता रहा। इसकी सूचना मिलने के बाद माजिद जेल पहुंचा था।