पुलिस को नहीं थी खबर, राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने किया गिरफ्तार
गुरुग्राम। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने नकली नोट (Fake Currency) छापने और खपाने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी एक लैपटॉप और प्रिंटर की मदद से दो-दो हजार के नकली नोट (Fake Currency) छापते थे। उनसे 1 करोड़ 20 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए गए है। आरोपियों की पहचान कासिम और वसीम के तौर पर हुई है जो नूंह जिले के नई गांव के रहने वाले है।
एनआईए को सूचना मिली थी कि नूंह जिले के सिगार गांव में नकली नोट छापे जा रहे है और उनकी सप्लाई कई जगहों पर की जा रहीं है। जिसके बाद एनआईए की टीम ने हरियाणा पुलिस के साथ दबिश दी। गुरुग्राम के सेक्टर-48 में पेट्रोल पंप के पास नोटों की सप्लाई की पक्की खबर के साथ टीम घात लगाकर बैठी थी। जैसे ही कासिम और वसीम नोटों से भरे बैग लेकर पहुंचे उन्हें दबोच लिया गया।
पुलिस ने शुक्रवार को दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हें 7 की रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रहीं है कि वो नकली नोट छापने के लिए कागज कहां से लाते थे। उन्हें कहां-कहां खपाया जाता था और इस गिरोह में कितने लोग शामिल है।
बता दें कि आरोपी वसीम 12 वीं तक पढ़ा है। वो एक गांव में सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल का बेटा है। वहीं कासिम कम पढ़ा-लिखा है वो बिजली का काम करता था। लेकिन उसके बाद वो नकली नोटों के गोरखधंधे में लग गया। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी आधी कीमत पर नकली नोट बेचा करते थे। पिछले करीब 6 महीने से दोनों इस गोरखधंधे में लगे थे। बड़ा सवाल ये है कि अब तक वो कितने करोड़ के नोट छाप चुके है और उन्हें कहां कहां खपाया गया है। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।