घर पहुंचकर मम्मी के मोबाइल में देखा तो खुला मामला, स्कूल प्रिंसीपल से हुई शिकायत तो परिवार को ही डपट दिया, स्कूल में कवरेज करने पहुंचे मीडिया को भी धमकाया
भोपाल। यदि आपका बच्चा मोबाइल चलाता है तो थोड़ा जागरूक हो जाइए। यह समाचार आपसे भी जुड़ा हो सकता है। मामला भोपाल के जवाहर लाल नेहरू स्कूल के प्रायमरी विंग का है। इस मामले में खुलासा होने के बाद से ही स्कूल प्रबंधन ने लीपापोती शुरू कर दी थी। लेकिन, बात मीडिया तक पहुंची तो हंगामा खड़ा हो गया। कवरेज करने पहुंचे रिपोर्टर को ही स्कूल प्रिंसीपल ने बंधक बना लिया। मामला कक्षा तीसरी के बच्चे का पोर्न साइट देखने से जुड़ा है।
जानकारी के अनुसार यह मामला तब खुला जब जवाहर लाल नेहरू स्कूल प्रायमरी विंग का कक्षा तीसरी का बच्चा घर पहुंचा। उसने अपनी मम्मी का मोबाइल निकाला और उसे चलाने लगा। चलाते-चलाते वह मोबाइल छोड़कर चला गया। इसी बीच उसकी मां पहुंच गई और उसने मोबाइल देखा तो वह हैरान रह गई। कुछ देर पहले उसने बेटे को मोबाइल चलाते हुए देख लिया था।
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उससे पूछा गया कि उसे यह साइट के बारे में कैसे मालूम हुआ तो उसने जो कहानी बताई उसे सुनकर उसकी मां के पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने कहा कि उसकी कक्षा में ही एक सहपाठी है जिसने यह लिंक उसे दी थी। उसने कहा था कि इस साइट पर बहुत अच्छे-अच्छे गेम है जिसे डाउनलोड किया जा सकता है। मां ने यह बात बेटे के पिता को बताई और वे स्कूल पहुंचे। स्कूल पहुंचकर उन्होंने प्रिंसीपल रागिनी श्रीवास्तव से सारा घटनाक्रम कह सुनाया। लेकिन, मामले में एक्शन लेने की बजाय उल्टा परिवार को डपटकर भगा दिया। यह जानकारी लेकर परिवार मीडिया के पास पहुंच गया।
कवरेज करने से रोका
मीडिया कवरेज करने के लिए अभिभावक के साथ स्कूल पहुंच गया। यहां बातचीत के दौरान फिर परिवार को धमकाया गया। अभिभावक का कहना था कि जिस बच्चे का बेटे ने नाम लिया है उसकी कई शिकायतें पहले भी स्कूल प्रबंधन से दूसरे अभिभावकों ने की थी। प्रबंधन एक्शन लेने की बजाय धमका रहा है। परिवार को भय है कि शिकायत करने पर बच्चे का कैरियर स्कूल प्रबंधन बिगाड़ सकता है। इसी बीच स्कूल की प्रिंसीपल रागिनी श्रीवास्तव आ गई। उन्होंने एक न्यूज पोर्टल के रिपोर्टर को यह बोलकर बैठा लिया कि वह बिना अनुमति उनके स्कूल में दाखिल हो गया। मामला दूसरे मीडिया तक पहुंच गया जिसके बाद वहां हंगामा खड़ा हो गया। मामले को सुलझाने के लिए भेल प्रबंधन ने भेल शिक्षा मंडल से अधिकारी को पहुंचाया। जिनके बयान जारी करने के बाद मामला शांत हो सका।
वाइस प्रिंसीपल की जगह पति ने दिया जवाब
स्कूल में फिलहाल प्रिंसीपल नहीं हैं। पूर्व के प्रिंसीपल का तबादल हो गया है। स्कूल की वाइस प्रिंसिपल रागिनी श्रीवास्तव से पक्ष जानने का प्रयास किया गया। लेकिन उनकी जगह पति मदन मोहन ने बातचीत की। उन्होंने कहा कि यह स्कूल का समय नहीं हैं। यदि आपको प्रतिक्रिया चाहिए तो स्कूल में आकर बातचीत करिए।