Bhopal News: आंबेडकर ब्रिज उदघाटन के एक महीने बाद ही भीषण दुर्घटना

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Bhopal News: तेज रफ्तार ईको कार ने सॉफ्टवेयर डेव्हलपर को टक्कर मारने के बाद घसीटते हुए ले गया, आगे चल रही डीएसपी की कार भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त

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सांकेतिक तस्वीर

भोपाल। सड़क दुर्घटना में एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई है। यह घटना भोपाल (Bhopal News) शहर के एमपी नगर थाना क्षेत्र की है। एमपी नगर में आंबेडकर ब्रिज उदघाटन के एक महीने के भीतर ही भीषण दुर्घटना में एक सॉफ्टवेयर डेव्हलपर की दर्दनाक मौत हो गई। वह बाइक पर सवार था। जिसे तेज रफ्तार ईको कार ने आकर टक्कर मार दी थी। जिसके बाद बाइक सवार आगे चल रही डीएसपी की कार से टकरा गया। फिर ईको चालक ने वाहन रोकने की बजाय युवक को घसीटता ले गया।

मृतक कार में फंस गया था

एम पी नगर (MP Nagar) थाना पुलिस के अनुसार निरंजन प्रजापति (Niranjan Prajapati) पिता मेहताब प्रजापति उम्र 26 साल रायसेन (Raisen) जिले के मंडीदीप में रहता था। वह कोहेफिजा (Kohefiza) में एक आईटी कंपनी के लिए जॉब करता था। निरंजन प्रजापति साफ्टवेयर डेव्हलपर का काम करता है। वह बाइक (Bike) से एमपी नगर थाने के सामने से ब्रिज पर एम्स तरफ जाने के लिए चढ़ा। ब्रिज पर डीबी मॉल (DB Mall) के पास तिराहा है, यहां पीछे से आई तेज रफ्तार ईको कार (Eco car) एमपी—04—सीएम—9224 के चालक ने टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद निरंजन प्रजापति बाइक समेत उसके आगे चल रही दूसरी कार एमपी—04—सीयू—9551 से टकराया। दुर्घटना के बाद ईको कार रुकी नहीं। उसने रफ्तार बढ़ाई और घटना स्थल से भागने लगा। ऐसा करते वक्त निरंजन प्रजापति आरोपी वाहन चालक की कार में ही फंस गया। कार करीब 25 मीटर तक उसे घसीटते ले गई। जिस कारण हेलमेट पहने होने के बावजूद उसका सिर बुरी तरह से चकनाचूर हो गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। निरंजन प्रजापति की बाइक आगे जिस कार से टकराई थी वह डीएसपी (DSP) की हैं। वे कार पर मौजूद थे जो दूसरे साधनों से वहां से चले गए। थाना प्रभारी जय हिंद शर्मा (TI Jai Hind Sharma) ने बताया कि दोनों कारों को अभी जब्त कर लिया गया है। शव पीएम के लिए हमीदिया अस्पताल (Hamidia Hospital) में भेज दिया गया है। एमपी नगर थाना पुलिस मर्ग 06/25 कायम कर लिया है। अभी परिजनों के कथन होना बाकी है। वहीं मामले की जांच एएसआई दिनेश गौर (ASI Dinesh Gaur) कर रहे हैं। हालांकि उनकी तरफ से आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई।

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दो अफसर पहले ही हो चुके हैं निलंबित

फ्लाई ओवर ब्रिज (Flyover Bridge) उदघाटन के बाद से लेकर इसके निर्माण और उसकी तकनीकी समस्याओं को लेकर पीडब्ल्यूडी विभाग (PWD Department) की किरकिरी हो रही है। इस प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों को पीडब्ल्यूडी एसीएस नीरज मंडलोई (Neeraj Mandloi) ने कार्रवाई की थी। इस मामले में सेतु संभाग के उप यंत्री उमाकांत मिश्रा (Umakant Mishra) और प्रभारी सहायक यंत्री रवि शुक्ला (Ravi Shukla) को निलंबित कर दिया गया था। इन दोनों अधिकारियों की निगरानी में यह निर्माण किया गया था। जबकि कार्यपालन यंत्री जावेद शकील (Zaved Shaqeel) और सीई ब्रिज को कारण बताओ नोटिस जारी हुए थे। वहीं इससे पहले भोपाल ट्रैफिक (Bhopal Traffic) पुलिस ने भी कई तरह की दुर्घटना संभावित जोन निर्मित होने की भी चिंता जता दी थी। इन बातों को लेकर अब मैदानी हकीकत सामने आने लगी है। उदघाटन के महज 27 दिन बाद यहां भीषण दुर्घटना हो गई। जिसमें एक युवक की जान चली गई। आंबेडकर ब्रिज (Ambedkar Bridge) का उदघाटन 23 जनवरी को प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव (CM Dr Mohan Yadav) ने किया था। यह लगभग तीन किलो मीटर लंबा है। जिसको मैसर्स व्हीकेएससी इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड (M/s VKSC Infra Project Limited) ने बनाया है। कंपनी को सरकार की तरफ से अपने व्यय पर पाई गई गड़बड़ियों को सुधारने के निर्देश दिए थे। इस ब्रिज को बनाने में करीब 140 करोड़ रुपए से अधिक की लागत आई है।

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