मुरैना की अदालत के सामने हुई घटना, भरण-पोषण के मामले में पेशी से लौट रही थी महिला
मुरैना। जिले की अदालत के सामने गुरूवार दोपहर किसी फिल्म से कम सीन नहीं था। एक महिला अदालत की चौखट से जैसे ही बाहर निकली तो कुछ बदमाशों ने उसे बंधक बना लिया। महिला के रिश्तेदारों ने बचाने की कोशिश की तो उन्हें बेल्ट और डंडों से पीटा गया। यह सब नजारा कोर्ट की सुरक्षा में तैनात पुलिस मूकदर्शक बनकर देखती रही। मामला पारिवारिक है और महिला को अगवा कर ले जाने वाला आरोपी उसका पति है। जिससे भरण-पोषण को लेकर कोर्ट में केस चल रहा है। पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर लिया है।
कोतवाली पुलिस ने पूर्व पति जगदीश सहित आठ लोगों के विरूद्ध बलवा, अपहरण का मामला दर्ज कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार फरियादी रामौतार कुशवाह उम्र 40 वर्ष निवासी बड़ा पुरा मौजा कैथोदा थाना सिविल लाइन ने अपनी 20 वर्षीय पुत्री रेखा का विवाह कुछ वर्ष पूर्व जगदीश कुशवाह निवासी अटाखेड़ा थाना सुमावली के साथ किया था, शादी के कुछ समय बाद ही जगदीश ने रेखा को घर से निकालकर हमेशा के लिए छोड़ दिया। परेशान रामौतार व उसके परिजनों ने रेखा की दूसरी शादी गंजरामपुर निवासी भूरा कुशवाह से कर दी। इससे पूर्व जगदीश ने न्यायालय में रेखा व उसके परिजनों के विरूद्ध केस लगा दिया, उसी केस की तारीख पर रेखा अपने पिता व अन्य परिजनों के साथ गुरूवार की दोपहर पुरानी हाउसिंग बोर्ड स्थित न्यायालय में पहुंची। यह जानकारी जगदीश को भी थी और वह पूरी प्लानिंग एवं अपने साथियों के साथ स्कार्पियो क्रमांक एमपी20एचए4548 से वहां पहुंच चुका था। जैसे ही रेखा व उसके परिजन तारीख कर लौटने लगे तो जगदीश कुशवाह, अमर सिंह, बल्लू, जयप्रकाश, विनोद एवं तीन अज्ञात लोगों ने उन्हें घेर लिया तथा जमकर मारपीट की। इस मारपीट में श्रीधर व गादीपाल घायल हो गए। हमला करने के बाद आरोपियों ने रेखा को पकडकर स्कार्पियो में डाल दिया और अपहरण कर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही सिटी कोतवाली थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आसुतोष बागरी भी पहुंच गए और मौका मुआयना कर तत्काल सभी थानों को अलर्ट किया, लेकिन देर शाम तक आरोपी पुलिस के हाथ नहीं लग सके। इस घटना से कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मच गई। दिनदहाडे हुई इस घटना ने मुरैना पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह खडा कर दिया है।
कोर्ट में रहता है पुलिस बल
न्यायालय परिसर में सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात रहता है और इसके अलावा दिनभर पुलिस कर्मियों का आना जाना यहां लगा रहता है। बाबजूद इसके अपहरणकर्ता दिनदहाडे इतनी बडी वारदात को अंजाम देकर भाग निकले। लोगों मेंं पुलिस की इस कार्यप्रणाली को लेकर काफी रोष है।