पुलिस के खिलाफ लोगों में आक्रोश, चार दिन से था लापता, छावनी बना गांव
जबलपुर। जबलपुर में तनाव है। यहां चरगवां थाना क्षेत्र में एक बालक
की लाश मिलने से यह हालात बने हैं। बालक सगड़ा गांव का
रहने वाला था। वह चार दिन से लापता था। बालक की लाश बोरे में बंद मिली है।
जानकारी के अनुसार सगड़ा गांव निवासी उत्तर गिरी का 10 वर्षीय बेटा बादल सोमवार 8 अप्रैल की सुबह दस बजे मोहल्ले में खेलने निकला था। उसे आखिरी बार एक लडक़ी ने चक्की वाले साहबलाल के साथ देखा था। तब से उसका पता नहीं चल रहा था। दोपहर तक जब बादल घर नहीं लौटा तो उसकी मां ममता तलाश में निकली। पूरा गांव छान मारा, लेकिन उसका पता नहीं चला। इसके बाद परिवार के लोग थाने पहुंचे और अपहरण का मामला दर्ज कराया। बच्चे की तलाश में जुटे बड़े पिता सतमन गिरी गोस्वामी ने बताया कि बादल उसके छोटे भाई का इकलौता बेटा है। उससे छोटी एक बेटी है। उसके गायब होने के सदमें में पूरे गांव में किसी के घर चूल्हा तक नहीं जला।
मां हुई बेसुध
बेटे की हत्या होने का सदमा मां ममता व पिता उत्तर गिरी बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। दोनों रह-रह कर बेसुध हो जा रहे थे। सोमवार से दोनों की हालत खराब है। रिश्तेदार भी दोनों को ढाढ़स बंधाया। शव की जानकारी गांव में फैली दुर्गंध के बाद लोगों को मिली।
पुलिस के खिलाफ आक्रोश
ग्रामीणों का आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई। कुछ संदेहियों के नाम पुलिस को बताए गए थे। चरगंवा थाने के प्रभारी एसआई नितिन कमल है। उनसे संपर्क करने की कोशिश की गई। लेकिन, गांव में बनी कानून व्यवस्था के चलते वे बातचीत के लिए उपलब्ध नहीं हो सके। पुलिस ने फोरेंसिक विेशेषज्ञों को मौके पर बुलाया। संदेही के घर की तलाशी ली गई। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।